जयपुर: ज्योति मिर्धा की भारतीय जनता पार्टी में एंट्री के बाद कांग्रेस और भाजपा दोनों ही में सियासत उफान पर है. कांग्रेस नेताओं में ज्योति को लेकर अलग-अलग राय सामने आई है. हरीश चौधरी ने ज्योति मिर्धा के बीजेपी में जाने पर अपनी ही पार्टी पर सवाल उठाए थे. वहीं मंत्री ममता भूपेश का अलग बयान सामने आया हैं. ममता भूपेश ने कहा ज्योति मिर्धा 5 साल से निष्क्रिय थी. उनके जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता. वहीं शुक्रवार को ज्योति मिर्धा पहली बार बीजेपी ऑफिस आई और कांग्रेस पर प्रहार किए.
नागौर से कांग्रेस की सांसद रही ज्योति मिर्धा की बीजेपी में एंट्री के बाद से ही कांग्रेस के अंदर जुबानी वार और पलटवार देखने को मिल रहा. ज्योति मिर्धा के बीजेपी का दामन थामने के बाद कांग्रेस नेताओं के अलग-अलग बयान सामने आ रहे हैं. कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री हरीश चौधरी ने कहा था कि ज्योति मिर्धा क्यों बीजेपी में गईं, ये शोध का विषय है, वो क्यों पार्टी छोड़कर गई, इस पर सोचने की आवश्यकता है. महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि ज्योति मिर्धा पांच साल नजर नहीं आई, वो पार्टी में निष्क्रिय थी. उनके जाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. चुनाव के बाद जाने वाले नेता पछताएंगे.
ज्योति मिर्धा ने कांग्रेस को घेरा और अपने सियासी मंसूबे जता दिए:
उधर बीजेपी में शामिल होने के बाद नागौर से सांसद रही ज्योति मिर्धा पहली बार बीजेपी के प्रदेश मुख्यालय पहुंची. ज्योति मिर्धा ने कांग्रेस को घेरा और अपने सियासी मंसूबे जता दिए. मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि गहलोत सरकार शानदार जनकल्याणकारी योजनाएं लेकर आई, ज्योति मिर्धा कभी भी उन योजनाओं का प्रचार करते नहीं दिखी, जबकि कांग्रेस ने उन्हें बहुत कुछ दिया. ज्योति मिर्धा के बीजेपी में आगमन को लेकर हनुमान बेनीवाल पहले ही निशाना साध चुके.
चुनाव से पहले नागौर में सियासी घमासान मच गया:
राजस्थान के चुनाव अभी घोषित नहीं हुए. लेकिन उससे पहले ही नागौर में सियासी घमासान मच गया हैं. हनुमान बेनीवाल की पार्टी RLP और कांग्रेस मिलकर बीजेपी के खिलाफ यहां की सियासी जमीन पर उतर सकते है.