जयपुर: जयपुर शहर के नए मास्टर प्लान बनाने की तैयारी शुरू हो चुकी है. वर्ष 2047 तक की शहर की आवश्यकता के अनुसार बनाए जाने वाला यह मास्टर प्लान मौजूदा मास्टर प्लान से किस तरह से खास हाेगा. जानने के लिए देखें फर्स्ट इंडिया न्यूज की ये खास रिपोर्ट-जयपुर शहर के मौजूदा मास्टर प्लान की अवधि वर्ष 2025 तक की है. ऐसे में नए मास्टर प्लान बनाने का काम जल्द शुरू किया जाना है. इसको लेकर नगरीय विकास विभाग के सलाहकार जीएस संधु की अध्यक्षता में नगरीय विकास विभाग,नगर नियोजन विभाग और जेडीए के अधिकारियों की पिछले दिनों बैठक भी हुई थी. बैठक में जयपुर शहर का नया मास्टर प्लान बनाने की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई. आपको सबसे पहले बताते हैं कि नए मास्टर प्लान को किस तरह तैयार किया जाएगा.
मास्टर प्लान किस तरह होगा तैयार:
-नया मास्टर प्लान बनाने के लिए जेडीए की ओर से नए कंसलटैंट की नियुक्ति की जाएगी
-इसके लिए जेडीए ने रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (RFP) डॉक्यूमेंट तैयार कर लिया है
-पहले नया मास्टर प्लान वर्ष 2050 तक के लिए लागू किया जाना था
-लेकिन वर्ष 2047 में देश की आजादी के 100 वर्ष पूरे होने वाले हैं
-इस लिहाज से मास्टर प्लान वर्ष 2047 तक की आवश्यकता के अनुसार बनाया जाना था
- नगर नियोजन विभाग के प्रधान सलाहकार एचएस संचेती, मुख्य नगर नियोजक संदीप दंडवते,
-जेडीए के निदेशक आयोजना विनय कुमार दलेला, यूडीएच के संयुक्त सचिव प्रथम मनीष गोयल करेंगे मॉनिटरिंग
-नए मास्टर प्लान बनाने के कार्य की मॉनिटरिंग करेंगे
-जोधपुर विकास प्राधिकरण के निदेशक आयाेजना सुभाष शर्मा के समन्वय में जेडीए में तकनीकी प्रकोष्ठ गठित होगा
-इस प्रकोष्ठ में एक वरिष्ठ नगर नियोजक,दो उप नगर नियोजक,चार सहायक नगर नियोजक,
-अरबन प्लानर और एक GIS एक्सपर्ट शामिल होंगे
-कंसलटेंट के माध्यम से किए जा रहे कार्य का सुपरविजन यह तकनीकी प्रकोष्ठ करेगा
वर्ष 2047 तक की जरूरत के अनुसार बनाए जाने वाला जयपुर शहर का नया मास्टर प्लान मौजूदा मास्टर प्लान से कई मायनों में अलग और खास होगा. मास्टर प्लान बनाने के लिए तैयार किए जाने वाले विजन 2047 में शहर में हरियाली बढ़ाने पर खास फोकस होगा. आपको बताते हैं कि नए मास्टर प्लान में और क्या-क्या खास होगा.
जानिए, नए मास्टर प्लान में और क्या-क्या होगा खास:
- मौजूदा मास्टर प्लान में करीब 3000 वर्ग किलोमीटर का जेडीए रीजन शामिल है
- विशेषज्ञों के अनुसार नए मास्टर प्लान में इस एरिया को कमोबेश नहीं बढ़ाया जाएगा
- लेकिन टोंक रोड व फागी रेनवाल रोड जैसे कुछ पॉकेट्स
-जहां मौजूदा इलाके का नगरीयकरण हो चुका है, वहां एरिया बढ़ाया जा सकता है
-मास्टर प्लान में दर्शाई जन सुविधाओं के विकास के लिए प्रावधान किए जाएंगे
-निजी भूमि अधिग्रहण के लिए लैंड पूलिंग व अन्य विकल्प लागू किए जाएंगे
-पहले से बने सघन इलाकों में हरियाली बढ़ाने और जन सुविधाएं बढ़ाने के लिए रि डवलपमेंट पॉलिसी लागू की जाएगी
-फ्रांस के पेरिस जैसे शहरों की तरह 15 मिनट कांसेप्ट पर फोकस किया जाएगा
-इसके अनुसार व्यक्ति जहां रह रहा है, उससे 15 मिनट की दूर उसके लिए हर सुविधा उपलब्ध हो
-15 मिनट की दूरी पर ही कार्य स्थल, बाजार, रिक्रिएशनल आदि सुविधाएं उपलब्ध हो
-फागी रेनवाल रोड पर प्रस्तावित लैंड पूलिंग स्कीम में इस कांसेप्ट को बतौर पायलट प्रोजेक्ट लागू किया जा सकता है
-जयपुर को दिल्ली जैसे प्रदूषण के हालात से बचाने पर भी फोकस किया जाएगा
-नए मास्टर प्लान में ही तमाम तरह की नीतियां व प्रावधान शामिल किए जाएंगे
-ताकि जेडीए पर इन्हें लागू करने की कानूनी बाध्यता हो