अयोध्या: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज उत्तर प्रदेश के अयोध्या के दौरे पर पहुंचे. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया उत्सुकता के साथ 22 जनवरी के ऐतिहासिक क्षण का इंतजार कर रही है. ऐसे में अयोध्यावासियों में ये उत्साह और उमंग स्वाभाविक है.भारत की मिट्टी के कण-कण और भारत के जन-जन का मैं पुजारी हूं और मैं भी आपकी तरह उतना ही उत्सुक हूं. देश के इतिहास में 30 दिसंबर की तारीख बहुत ऐतिहासिक रही है.1943 में आज के ही दिन नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने अंडमान में झंडा फहरा कर भारत की आजादी का जयघोष किया था. आजादी के आंदोलन से जुड़े ऐसे पावन दिवस पर आज हम आजादी के अमृतकाल के संकल्प को आगे बढ़ा रहे हैं.
अयोध्या नगरी से मिल रही है नई ऊर्जा:
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज विकसित भारत के निर्माण को गति देने के अभियान को अयोध्या नगरी से नई ऊर्जा मिल रही है. आज यहां 15 हजार करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है. इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े ये काम आधुनिक अयोध्या को देश के नक्शे पर फिर से गौरव के साथ स्थापित करेंगे. दुनिया में कोई भी देश हो, अगर उसे विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचना है, तो उसे अपनी विरासत को संभालना ही होगा. हमारी विरासत हमें प्रेरणा देती है, हमें सही मार्ग दिखाती है.इसलिए आज का भारत, पुरातन और नूतन दोनों को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ रहा है. एक समय था, जब यहीं अयोध्या में रामलला टेंट में विराजमान थे.आज पक्का घर सिर्फ रामलला को ही नहीं बल्कि पक्का घर देश के 4 करोड़ गरीबों को भी मिला है.आज का भारत अपने तीर्थों को भी संवार रहा है, वहीं डिजिटल टेक्नोलॉजी की दुनिया में भी छाया हुआ है.
देश में सिर्फ केदार धाम का ही नहीं हुआ पुनरुद्धार :
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज देश में सिर्फ केदार धाम का पुनरुद्धार ही नहीं हुआ है, बल्कि 315 से ज्यादा नए मेडिकल कॉलेज भी बने हैं.आज देश में महाकाल महालोक का निर्माण ही नहीं हुआ है, बल्कि हर घर जल पहुंचाने के लिए पानी की 2 लाख से ज्यादा टंकियां भी बनवाई गई हैं. आने वाले समय में अवध क्षेत्र ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के विकास को हमारी अयोध्या दिशा देने वाली है. यहां श्रीराम का भव्य मंदिर बनने के बाद यहां आने वाले लोगों की संख्या में बहुत बड़ी वृद्धि होगी.इसे ध्यान में रखते हुए हमारी सरकार अयोध्या में हजारों करोड़ रुपए के विकास कार्य करा रही है, अयोध्या को स्मार्ट बना रही है.
अयोध्या एयरपोर्ट का नाम महर्षि वाल्मीकि के नाम पर:
पीएम मोदी ने कहा कि आज मुझे अयोध्या धाम एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन का लोकार्पण करने का सौभाग्य मिला है.मुझे खुशी है कि अयोध्या एयरपोर्ट का नाम महर्षि वाल्मीकि के नाम पर रखा गया है.महर्षि वाल्मीकि ने हमें रामायण के माध्यम से प्रभु श्रीराम के कृतित्व से परिचित करवाया. त्रिकालदर्शी महर्षि वाल्मीकि जी के नाम पर अयोध्या धाम एयरपोर्ट का नाम, इस एयरपोर्ट में आने वाले हर यात्री को धन्य करेगा.महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण वो ज्ञान मार्ग है, जो हमें प्रभु श्रीराम से जोड़ती है.आधुनिक भारत में महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट, अयोध्या धाम, हमें दिव्य-भव्य-नव्य राम मंदिर से जोड़ेगा. अभी अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन की क्षमता 10-15 हजार लोगों की सेवा करने की है.
अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन पर आ-जा सकेंगे हर रोज 60 हजार लोग:
स्टेशन का पूरा विकास होने के बाद अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन पर हर रोज 60 हजार लोग आ-जा सकेंगे. आज आधुनिक रेलवे निर्माण की तरफ एक और बड़ा कदम देश ने उठाया है. वंदे भारत और नमो भारत के बाद आज एक और आधुनिक ट्रेन देश को मिली है. इस नई ट्रेन का नाम अमृत भारत ट्रेन रखा गया है.वंदे भारत, नमो भारत और अमृत भारत ट्रेनों की ये त्रिशक्ति भारतीय रेलवे का कायाकल्प करने जा रही है. ये ऐतिहासिक क्षण बहुत भाग्य से हम सभी के जीवन में आया है.हमें देश के लिए नव संकल्प लेना है, खुद को नई ऊर्जा से भरना है. इसके लिए आप सभी 140 करोड़ देशवासी 22 जनवरी को अपने घरों में श्रीराम ज्योति जलाएं, दीपावली मनाएं।मेरे सभी देशवासियों से मेरी एक करबद्ध प्रार्थना है -
हर किसी की इच्छा है कि 22 जनवरी के आयोजन का हिस्सा बनने के लिए वो स्वयं अयोध्या आए।लेकिन आप जानते हैं कि हर किसी का आना संभव नहीं है.
अयोध्या आने का मन 22 जनवरी को न बनाएं:
इसलिए सभी रामभक्तों से मेरा आग्रह है कि 22 जनवरी को एक बार विधिपूर्वक कार्यक्रम हो जाने के बाद, अपनी सुविधा के अनुसार वो अयोध्या आएं, अयोध्या आने का मन 22 जनवरी को न बनाएं. आज मेरा एक आग्रह अयोध्या के भाई-बहनों से भी है- अब देश-दुनिया के लोग लगातार , हर रोज अयोध्या आते रहेंगे और ये सिलसिला अब अनंत काल तक चलेगा.इसलिए अब आपको भी एक संकल्प लेना है -ये संकल्प है अयोध्या नगर को भारत को सबसे स्वच्छ शहर बनाने का.स्वच्छ अयोध्या अब यहां के निवासियों की जिम्मेदारी है।देश के सभी तीर्थ क्षेत्रों से और मंदिरों से मेरा आग्रह है कि - भव्य राम मंदिर के निर्माण के निमित्त, 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन से पूरे देश के सभी तीर्थ स्थलों पर स्वच्छता का बहुत बड़ा अभियान चलाना है.हर मंदिर में सफाई का अभियान हमें 14 जनवरी से 22 जनवरी तक चलाना है. हमारी विरासत हमें प्रेरणा देती है, हमें सही मार्ग दिखाती है.
अपने तीर्थों को भी संवार रहा है आज का भारत:
इसलिए आज का भारत, पुरातन और नूतन दोनों को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ रहा है. आज पक्का घर सिर्फ रामलला को ही नहीं, बल्कि पक्का घर देश के 4 करोड़ गरीबों को भी मिला है. आज का भारत अपने तीर्थों को भी संवार रहा है, वहीं डिजिटल टेक्नोलॉजी की दुनिया में भी छाया हुआ है. प्राचीन काल में अयोध्या नगरी कैसी थी, इसका वर्णन खुद महर्षि वाल्मीकि जी ने विस्तार से किया है. महर्षि वाल्मीकि जी बताते हैं कि महान अयोध्यापुरी धन-धान्य से परिपूर्ण थी, समृद्धि के शिखर पर थी और आनंद से भरी हुई थी. यानी, अयोध्या में विज्ञान और वैराग्य तो था ही, उसका वैभव भी शिखर पर था. अयोध्या नगरी की उसी पुरातन पहचान को हमें आधुनिकता से जोड़कर वापस लाना होगा.