निजी ब्लड बैंकों में रामभरोसे दान का "रक्त" ! ड्रग आयुक्तालय-RSBTC की कमजोर मॉनिटरिंग का साइड-इफेक्ट

निजी ब्लड बैंकों में रामभरोसे दान का "रक्त" ! ड्रग आयुक्तालय-RSBTC की कमजोर मॉनिटरिंग का साइड-इफेक्ट

जयपुर: निजी ब्लड बैंकों में दान का रक्त रामभरोसे है. ड्रग आयुक्तालय-RSBTC की कमजोर मॉनिटरिंग का साइड-इफेक्ट है. प्रदेशभर में संचालित निजी श्रेणी के 192 ब्लड बैंकों में से कईयों में खेल चल रहा है ति दान में मिल रहे रक्त को दूसरे राज्यों में महंगे दामों पर बेचकर चांदी कूटी जा रही है.

पिछले कुछ सालों में ब्लड की तस्करी के कई गंभीर श्रेणी के प्रकरण सामने आ चुके हैं. बावजूद इसके जिम्मेदार एजेंसियां "जीवनदायनी" मुहिम को लेकर गंभीर नहीं दिख रही हैं. फिर चाहे रक्त की ऑनलाइन मॉनिटरिंग हो या फिर एक जगह से दूसरे जगह मूवमेंट. 

 

निजी ब्लड बैंक संचालक खुद के नियमों के हिसाब से फील्ड में कामकाज कर रहे हैं. सबसे आश्चर्य की बात ये कि ड्रग अफसरों की नजर के नीचे ये "अवैध-धंधा" चल रहा है. फिर भी निजी ब्लड बैंकों में चल रहे खून के अवैध कारोबार पर नकेल का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है.