जयपुरः केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के जयपुर आने पर आज कांग्रेस के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ बिट्टू द्वारा की गई विवादास्पद टिप्पणी मामले में कांग्रेस लगातार विरोध कर रही है. वहीं बिट्टू ने जवाबी हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस को विरोध ही करना है, तो राहुल गांधी का करना चाहिए.
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को आतंकी कहने पर कांग्रेस लगातार विरोध कर रही है. कांग्रेस ने पहले शहीद स्मारक पर धरना दिया था, तो अगले ही दिन जगह जगह भाजपा नेताओं के पुतले फूंक दिए. पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने पिछले दिनों कहा था कि रवनीत बिट्टू जहां भी जाएंगे वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता उनका विरोध करेंगे. साथ ही चेतावनी दी थी कि बिट्टू राजस्थान में आना तब बताएंगे कि आतंकी कौन है
इसी बीच केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू का रेलवे के निशानेबाजी टूर्नामेंट का उद्घाटन करने के लिए जयपुर आने का कार्यक्रम बन गया. ऐसे में कांग्रेस ने भी बिट्टू का जयपुर में विरोध करने की रणनीति बनाई. जयपुर शहर कांग्रेस ने जगतपुरा शूटिंग रेंज के पास स्थित सीबीआई फाटक पर प्रदर्शन करने का एलान किया. बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेता व कार्यकर्ता प्रदर्शन करने पहुंचे. इन्होंने रवनीत बिट्टू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं व नेताओं को हिरासत में ले लिया. विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं को बसों में भरकर दूसरी जगह छोड़ दिया. इस दौरान एयरपोर्ट से जगतपुरा शूटिंग रेंज जाते समय कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काले झंडे भी दिखाए. पुलिस ने जिन नेताओं को हिरासत में लिया उनमें जसवंत गुर्जर ,यशवीर सूरा, आरआर तिवारी, स्वर्णिम चतुर्वेदी, राजेंद्र यादव, देशराज मीना, राहुल भाकर, सीताराम नेहरू, पार्षद भारत मेघवाल, कैलाश खारडा, राजेश कुमावत, दीपक असवाल, सलीम, करण शर्मा ओमप्रकाश राणावा भी शामिल थे. पुलिस ने कांग्रेस कई कार्यकर्ताओं को सुबह से ही शहर के विभिन्न थानों में ले जाकर पाबंद कर दिया था. इसके बाद भी महेश चौधरी, एनएसयूई नेता सत्यवीर अलोरिया, सुधीन्द्र मुण्ड ने मंत्री रवनीत बिट्टू को काले झंडे दिखाए.
वहीं केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल गांधी पर दिए बयान और उस पर कांग्रेस के विरोध को लेकर जवाब दिया. उन्होंने कहा- कांग्रेस को विरोध ही करना है तो राहुल गांधी का करना चाहिए. राहुल गांधी माइनॉरिटी को टारगेट करके जिस तरह की बातें कर रहे हैं. उस पर मंशा साफ करनी चाहिए. राहुल गांधी बार-बार माइनॉरिटी को लेकर जिस तरह बात कर रहे हैं, कहीं न कहीं देश के अंदर उनका मनसूबा क्या है? उनसे पूछना चाहिए. मुझे एक आदमी बताइए, जिसे पगड़ी बांधने से रोका हो. किसने हमें कड़ा पहनने से रोका, पगड़ी बांधने से रोका है? कांग्रेस को तो राहुल गांधी का विरोध करना चाहिए. हालांकि राहुल को आंतकी बताने वाले बयान पर कायम रहने के सवाल पर रवनीत बिट्टू ने कोई जवाब नहीं दिया. जब उनसे पूछा गया कि क्या वे राहुल को आतंकी बताने वाले बयान पर कायम हैं तो बिना जवाब दिए रवाना हो गए.
दरअसल पिछले दिनों राहुल गांधी के अमेरिका में दिए बयान पर रवनीत बिट्टू ने कहा था कि सिख किसी दल से जुड़े नहीं हैं. राहुल गांधी नंबर एक आतंकी हैं, उन पर तो इनाम होना चाहिए. राहुल गांधी हिंदुस्तानी नहीं हैं. उन्होंने बड़ा समय देश के बाहर बिताया है. उनके दोस्त और परिवार वहां हैं, इसलिए उन्हें अपने देश से अधिक प्यार नहीं हैं. राहुल गांधी बाहर जाकर हर चीज को उल्टा-पुल्टा बोलते हैं.