नई दिल्लीः पुतिन की भारत यात्रा पर दुनियाभर की निगाहें टिकी है. अमेरिका के टैरिफ विवाद के बीच पुतिन की यह यात्रा अहम है. क्योंकि अमेरिकी दबाव के चलते भारत का रूसी तेल आयात आधा रहा. अब रूस पहले जैसी गति से भारत को तेल निर्यात बहाल करना चाहता है. तेल आयात पर अतिरिक्त छूट के पुतिन के प्रस्ताव पर भारत के स्टैंड पर नजर है.
इस माह भारत ने रूस से प्रतिदिन 9.48 लाख बैरल कच्चे तेल का आयात किया. जो बीते महीने के करीब 19 लाख बैरल प्रतिदिन की तुलना में लगभग आधा है. इसके अलावा परमाणु ऊर्जा, गैस आपूर्ति के क्षेत्र में समझौते की संभावना है.