जयपुर: बीजेपी प्रदेश प्रभारी डॉ.राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि मेरे बयानों के अर्थ साफ है. प्रकृति का नियम, हमारे यहां नियम है कि छह साल बाद हम अपना अध्यक्ष बदल लेते हैं. ना कोई मंडल अध्यक्ष रहता है और ना ही प्रदेश अध्यक्ष रहता है.
नए पत्ते और नई कोपल फूटने का अर्थ यही है कि हम भी जब कपड़े पुराने हो जाते है तो नए पहनते हैं. मंत्रिपरिषद फेरबदल विस्तार का विशेषाधिकार मुख्यमंत्री का है. अभी सारे मंत्री काम कर रहे हैं. फिर भी सीएम को मंत्रिपरिषद का विस्तार करना है तो ये उनके हाथ में है.
हम केजरीवाल तो है नहीं कि हर विधायक को मंत्री बनाएंगे. कांग्रेस की सरकारें भी लुटेरों की सरकार है. हमारे विधायकों के पास बहुत काम है. नए जिलों को लेकर प्रभारी डॉ.राधा मोहन दास अग्रवाल का पलटवार करते हुए कहा कि अशोक गहलोत का बयान राजनीतिक है.
उन्होंने सरकार बचाने के लिए जिले बना दिए थे.उन्होंने गलत निर्णय किए. गहलोत ने पायलट के मद्देनजर गलत निर्णय किए. जो पायलट के लिए अहितकर वैसे उन्होंने निर्णय किए. जो पायलट के हित में वो निर्णय नहीं किए. हम थोड़े ना गहलोत के गलत निर्णय को दोहराएंगे. हमारे CM ने लोकतांत्रिक तरीके से काम किया है. कमेटी बनाकर जिलों को बरकरार रखने और हटाने का निर्णय किया है.
हर मस्जिद के नीचे मंदिर ढूंढने को लेकर संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान को लेकर राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत ने जो कह दिया हम उसकी विवेचना नहीं करते. जो वो कह देते हैं उसकी पालना करते हैं. उनका कहा एक-एक शब्द हमारे लिए अध्यक्ष का शब्द है. मैं खुद भी एक स्वयं सेवक हूं.