जोशीमठ के लोगों के तत्काल पुनर्वास के लिए उत्तराखंड सरकार को प्रबंध करना चाहिए: राहुल गांधी

नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तराखंड के जोशीमठ में जगह-जगह धरती धंसने की घटना पर चिंता जताते हुए शनिवार को कहा कि राज्य सरकार को लोगों के तत्काल पुनर्वास और मंदिर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने चाहिए. उन्होंने स्थानीय कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे लोगों की हरसंभव मदद करें. भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे राहुल गांधी ने फेसबुक पोस्ट में कहा कि उत्तराखंड के जोशीमठ से आ रही तस्वीरें अत्यंत भयावह हैं, जिन्हें देख कर काफी विचलित हूं. घरों में चौड़ी दरारें, पानी का रिसाव, ज़मीन का फटना और सड़कों का धंसना बेहद चिंताजनक है. एक हादसे में, भूस्खलन से भगवती मंदिर तक ढह गया.

उन्होंने कहा कि प्रकृति के विरुद्ध जा कर, पहाड़ों पर लगातार खुदाई और अनियोजित निर्माण से आज जोशीमठ के लोगों पर भयानक संकट टूट पड़ा है. इस कड़कड़ाती ठंड में, इस आपदा ने लोगों से उनके आशियाने छीन लिए हैं. वहां के सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मेरी अपील है कि जल्द से जल्द लोगों की मदद करें और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाएं. कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि उत्तराखंड सरकार से अपेक्षा है कि वो इस कठोर मौसम में लोगों का संज्ञान ले कर उनके तत्काल पुनर्वास का प्रबंध करे और मंदिर की सुरक्षा सुनिश्चित करे.

उल्लेखनीय है कि बद्रीनाथ, हेमकुंड साहिब और अंतरराष्ट्रीय स्कीइंग स्थल औली जैसे प्रसिद्ध स्थलों का प्रवेश द्वार जोशीमठ आपदा के कगार पर खड़ा है.आदि गुरु शंकराचार्य की तपोभूमि के रूप में जाना जाने वाला जोशीमठ धीरे-धीरे दरक रहा है और इसके घरों, सड़कों तथा खेतों में बड़ी-बड़ी दरारें आ रही हैं. स्थानीय लोगों ने कहा कि कई घर धंस गए हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोखिम वाले घरों में रह रहे 600 परिवारों को तत्काल अन्यत्र भेजे जाने का आदेश दिया है. (भाषा)