राजस्थान कांग्रेस में राहुल गांधी की 'मोहब्बत की दुकान', गहलोत-पायलट समर्थकों, नेताओं में बढ़ने लगी नजदीकियां, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः पिछले दिनों गहलोत और पायलट की करीबियों का असर अब उनके समर्थकों और नेताओं पर भी दिखने लगा है. अब दोनों दिग्गजों के समर्थक नेताओं में भी संभवत दूरियां मिटती दिख रही है. पिछले दिनों एक ही दिन में दो ऐसे घटनाक्रम सामने आए. पहले गहलोत के बेहद करीबी बाबूलाल नागर ने घर जाकर पायलट का स्वागत किया तो फिर पायलट के खास सांसद मुरारी मीणा ने दौसा में गहलोत का वेलकम किया.

राहुल गांधी की मोहब्बत की दुकान लगाता है राजस्थान कांग्रेस में इन दिनों मजबूत होती जा रही है. इसका नजारा तब देखने को मिला जब अचानक सचिन पायलट लंबे वक्त बाद पिछले दिनो अशोक गहलोत के घर पहुंच जाते है. फिर करीब पौने दो घंटे तक दोनों नेताओं में खूब चर्चा होती है. पायलट के निमंत्रण पर फिर गहलोत राजेश पायलट की पुण्यतिथि कार्यक्रम में भी शिरकत करते हैं. इस दौरान गहलोत ने यह कहकर सबको चौंका दिया कि मैं और पायलट कब दूर थे, हम दोनों में तो हमेशा से प्यार और मोहब्बत है. इन मुलाकातों और बयानों का असर अब उनके समर्थकों औऱ नेताओं पर भी होने लगा है.

राजस्थान कांग्रेस में राहुल गांधी की मोहब्बत की दुकान
पायलट-गहलोत की मुलाकातों का अब दिखने लगा असर
अब गहलोत-पायलट के समर्थकों औऱ नेताओं में भी बढ़ने लगी नजदीकियां 
पिछले दिनों एक ही दिन में दो घटनाक्रम आए ऐसे सामने
गहलोत के करीबी बाबूलाल नागर ने घर जाकर पायलट का किया स्वागत
फिर ट्रेन से आगरा जाते वक्त दौसा में मुरारी मीणा ने किया गहलोत का वेलकम
दोनों के कार्यकर्ताओं और समर्थकों पर भी मुलाकातों का दिखने लगा असर
सोशल मीडिया पर छींटाकशी और बयानबाजी में आई अब कमी
कांग्रेस के लिए यह सबकुछ है सुखद तस्वीरें 

अब यह सियासी सीजफायर है या फिर वाकई सबकुछ ऑल इज वैल यह तो आने वाला वक्त बताएगा. लेकिन विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस की यह एकजुटता नो डाउट पार्टी के लिए एक सुखद एहसास है. क्योंकि लंबे समय से दोनों नेताओं की अदावत के चलते पार्टी को काफी डैमेज हो रहा था. विधानसभा चुनाव में भी गुटबाजी का खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ा. सबसे ज्यादा परेशानी इनके समर्थकों और नेताओं को हो रही थी. किधर जाए औऱ क्या बोले जैसी दिक्कतों के चलते वो बेहद असहज भी महसूस कर रहे थे. लेकिन दोनों दिग्गजों के अब करीब आने से जाहिर सी बात है उनके रिश्तों में जमी बर्फ भी अब पिघलने लगी है.

कहते है कि सियासत में वैसे भी दुश्मनी औऱ मित्रता कभी स्थाई औऱ अस्थाई नहीं होती. लेकिन नागर और मुरारी मीणा के स्वागत की यह तस्वीरें काफी अहम है. क्योंकि नागर गहलोत के औऱ मुरारी पायलट के कट्टर समर्थक है. नागर गहलोत को अपना सियासी गॉडफादर मानने का बयान कईं दफा दे चुके है. तो मुरारी मीणा ने सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट से सियासत का ककहरा सीखा था. अब आगे देखते है कि यह हम साथ-साथ है वाला यह सिलसिला कितना लंबा चलता है. 

राजस्थान कांग्रेस और मोहब्बत की दुकान
गहलोत-पायलट के हम साथ-साथ है संदेश का दिखने लगा असर
पिछले दिनों कांग्रेस गलियारें से आई दो तस्वीर सामने
पहले गहलोत के खास नागर ने घर जाकर किया पायलट का स्वागत
फिर गहलोत का आगरा जाते वक्त सांसद मुरारी मीणा ने किया वेलकम
दोनों के समर्थक सोशल मीडिया पर अब संभलकर करने लगे कमेंट्स