नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में शनिवार को बारिश एवं ओलावृष्टि हुई, जिससे अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री नीचे 25.3 डिग्री सेल्सियस पर आ गया. यह इस माह का अब तक सबसे कम अधिकतम तापमान है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि वेधशाला ने आयानगर में अधिकतम 8.4 मिलीमीटर, पालम में 3.3 मिलीमीटर और लोधीरोड में तीन मिलीमीटर वर्षा दर्ज की.
लोनी रोड गोलचक्कर से जलभराव के कॉल आये:
आईएमडी के मुताबिक, शनिवार सुबह दिल्ली में न्यूनतम तापमान 18.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री अधिक है. राष्ट्रीय राजधानी में बुराड़ी समेत कई इलाकों में जलभराव भी देखा गया. अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली यातायात पुलिस को टिकरी बॉर्डर, करोल बाग में बग्गा लिंक गोलचक्कर और लोनी रोड गोलचक्कर से जलभराव के कॉल आये.
आम तौर पर आसमान में बादल छाये रहेंगे:
भीकाजी कामा प्लेस, जैन नगर समेत कुछ इलाकों तथा खजुरी से भजनपुरा के रास्ते से लोगों ने यातायात जाम की भी शिकायत की. आईएमडी के क्षेत्रीय मौसम पूर्वाअनुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि पश्चिमोत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ से इस क्षेत्र में वर्षा और कुछ इलाकों में ओलावृष्टि हो रही है. दूसरा पश्चिमी विक्षोभ रविवार को शुरू होगा और क्षेत्र पर असर डालेगा. 20-21 मार्च तक पश्चिमोत्तर भारत में आम तौर पर आसमान में बादल छाये रहेंगे तथा बीच-बीच में वर्षा होगी.
उन्होंने कहा कि 20 मार्च को सबसे अधिक वर्षा होने की संभावना है. वर्षा से तापमान घटा रहेगा. दिल्ली -एनसीआर समेत पश्चिमोत्तर भारत के कई हिस्सों में 20 मार्च को ओलावृष्टि होने का अनुमान है. आईएमडी ने चेताया कि तेज हवाओं और ओलावृष्टि से पौधों, बागवानी और खड़ी फसलों को नुकसान हो सकता है.
संभव हो तो यात्रा से बचने की सलाह दी:
विभाग ने कहा कि खुले स्थानों में ओलावृष्टि लोगों और मवेशियों को चोट पहुंचा सकती है, जबकि तेज हवाएं कमजोर संरचनाओं और कच्चे घरों, दीवारों व झोपड़ियों को नुकसान पहुंचा सकती हैं. आईएमडी ने लोगों को घरों से अंदर रहने, खिड़कियां-दरवाजे बंद रखने और संभव हो तो यात्रा से बचने की सलाह दी है.
विभाग ने लोगों से कहा है कि वे पेड़ों के नीचे शरण न लें, कंक्रीट की फर्श पर लेटने या कंक्रीट की दीवारों पर टेक लेने से बचें और जलस्रोतों से दूर रहें. दिल्ली में शनिवार शाम छह बजे समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यू) 170 दर्ज किया गया, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है.गौरतलब है कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है. सोर्स-भाषा