VIDEO: राजस्थान विधानसभा में भारी बारिश से खराब फसलों का मुद्दा छाया, कांग्रेस विधायकों का वेल में उतरकर प्रदर्शन, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: राजस्थान विधानसभा में आज भारी बारिश और फसल खराबे के मुद्दे पर जबरदस्त हंगामा देखने को मिला. कांग्रेस विधायकों ने सरकार पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए वेल में उतरकर नारेबाजी की. वही सरकार ने कहा कि वह किसानो के लिए संवेदनशील है और जल्द पूरा सर्वे करा राहत पेकेज दिया जाएगा . हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी . इसी बीच स्पीकर वासुदेव देवनानी व कांग्रेस विधायक अशोक चांदना के बीच जमकर नोकझोक हुई . 

राजस्थान विधानसभा में आज का दिन हंगामेदार रहा. अतिवृष्टि के कारण किसानों व आमजन को हुए नुकसान के मुददे पर विपक्ष ने सड़क से सदन तक प्रदर्शन किया. पहले नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के नेतृत्व में कांग्रेसी विधायकों ने ट्रैक्टर पर सवार होकर प्रदर्शन किया और फिर विधानसभा की कार्यवाही के दौरान शून्यकाल में स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से मुद्दा उठाया. स्थगन प्रस्ताव पर कांग्रेस की तरफ से नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, नरेंद्र बुडानिया व अमित चाचाण ने मुद्दा उठाया. जूली ने कहा कि यह सरकार उडनखटोला सरकार है, तो बुडानिया ने कहा कि नरेंद्र बुडानिया ने कहा कि अतिवृष्टि से किसानों की पकी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं. लाखों एकड़ में नुकसान हुआ है, लेकिन सरकार ने अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया.

विधानसभा अध्यक्ष की व्यवस्था पर सरकार की तरफ से आपदा राहत मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने बयान दिया. किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि सरकार पीड़ित किसानों को उचित मुआवज़ा देगी. लेकिन मंत्री के जवाब के बीच ही कांग्रेस विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे के दौरान कांग्रेस विधायक अशोक चांदना बिना स्पीकर की अनुमति के बोलने लगे. जब स्पीकर ने उन्हें टोका, तो वे बहस पर उतर आए. इस पर सत्तापक्ष के विधायकों ने कड़ी आपत्ति जताई और कांग्रेस विधायकों के साथ नोकझोंक शुरू हो गई.

लगातार हंगामे के कारण स्पीकर को विधानसभा की कार्य कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. दोपहर दो बजे सदन की कार्यवाही फिर से शुरू की गई. लेकिन कांग्रेसी विधायकों ने वेल में नारेबाजी जारी रखी. इस बीच स्पीकर ने हंगामें के दौरान ही सभी विधायी कार्य संपन्न कराए. विधानसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित होने के बाद सरकार की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि सरकार सभी पीड़ितों के प्रति संवेदनशील है और जल्दी ही नियमानुसार विशेष पैकेज की घोषणा की जाएगी.

अमूमन विधानसभा शाम पांच बजे तक चलती है, लेकिन आज हंगामे के कारण दोपहर ढाई बजे ही सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. इस दौरान एक बार चर्चा यह भी आई कि सरकारी मुख्य सचेतक कांग्रेस विधायक अशोक चांदना के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रस्ताव ला सकते हैं, लेकिन अंतिम समय में यह विचार बदल दिया गया.