जयपुर: राजस्थान विधानसभा का मानसून सत्र जारी है. वहीं कांग्रेस का भी सदन से लेकर सड़क तक लगातार विरोध जारी है. कांग्रेस इस बार नई रणनीति के तहत अलग-अलग दिन विभिन्न मुद्दों पर पहले विधानसभा के बाहर के बाहर प्रदर्शन करती है तो फिर सदन में भी उसको उठाती है. अब तक कांग्रेस चार विभिन्न मसलों पर अलग-अलग अंदाज में प्रदर्शन कर चुकी है.
राजस्थान विधानसभा के मॉनसून सत्र में इस बार विपक्ष ने सरकार को घेरने के लिए नई रणनीति का सहारा लिया है. इस बार कांग्रेस ने सदन से लेकर सड़क तक सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है. पहले कांग्रेस के विधायक बाहर प्रदर्शन करते है और फिर अंदर जाकर उस मुद्दे को उठाते हैं. अब तक चार विभिन्न मुद्दों पर कांग्रेस विधानसभा के बाहर और अंदर प्रदर्शन कर चुकी है.
-सदन से लेकर सड़क तक कांग्रेस का हल्ला बोल
-विधानसभा के मॉनसून सत्र में विपक्ष का विरोध का नया प्लान
-अलग-अलग मुद्दों पर इस बार कर रहे है सड़क से सदन तक प्रदर्शन
-अब तक चार विभिन्न मुद्दों पर जताया कांग्रेस ने विरोध
-शुरुआत सबसे पहले वोट चोरी मुद्दे से हुई
-फिर झालावाड़ और अन्य सरकारी स्कूलों में हुए हादसों पर जताया विरोध
-अतिवृष्टि से हुए नुकसान के मुद्दे पर ट्रैक्टर लेकर पहुंचे विधानसभा
-कानून व्यवस्था को लेकर काले कपड़े पहनकर जताया विरोध
-आगे भी अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस का विरोध रहेगा जारी
दरअसल कांग्रेस पार्टी ने एक रणनीति के तहत मैसेज देने के लिए विरोध का यह नया प्लान अपनाया है. क्योंकि बाहर सड़कों पर प्रदर्शन करने से मीडिया औऱ सोशल मीडिया के जरिए एक तो माहौल बन जाता है. फिर उसी मुद्दे को कांग्रेस प्रश्नकाल समाप्त होते ही सदन के अंदर उठाना शुरु कर देती है. कांग्रेस रणनीतिकारों का मकसद इसके पीछे दोहरे मोर्चे पर सरकार को घेरते हुए मजबूत विपक्ष का संदेश देना है. आपको बता दे कि इससे पहले हुए विधानसभा के सत्र में कांग्रेस सिर्फ सदन में ही सरकार को घेरने के लिए मुद्दे उठाती थी.
अंदर और बाहर विरोध की रणनीति से कांग्रेस को एक फायदा यह औऱ हो गया कि उनकी गुटबाजी ज्यादा चर्चाओं में नहीं आई. जैसे गोविंद डोटासरा विधानसभा नहीं आ रहे. वहीं राजेन्द्र पारीक ने नेता प्रतिपक्ष के स्टैंड से अलग बात कह डाली. वहीं अलग-अलग अंदाज में प्रदर्शन करने से विपक्ष को मीडिया में भी खूब स्पेस मिल रहा है और सुर्खियां भी बटोर रहे हैं.