कांग्रेस आलाकमान की अग्नि परीक्षा, सचिन पायलट का प्रस्तावित अनशन इस सारी लड़ाई को ले आया निर्णायक मोड़ पर !

जयपुर: पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी ही सरकार के खिलाफ़ सवाल खड़े किए हैं. ऐसे में रंधावा से लेकर राहुल और प्रियंका तक की अग्नि परीक्षा है ! आलाकमान बहुत दिनों तक गहलोत-पायलट के मसले को टालता और बचता रहा है. लेकिन अब पायलट का प्रस्तावित अनशन इस सारी लड़ाई को एक निर्णायक मोड़ पर ले आया है. ऐसे में आखिर अब पायलट कैंप से जुड़े मुद्दों को निपटाना ही होगा. 

वहीं मिली जानकारी के अनुसार इसी सिलसिले में रंधावा 11 अप्रैल को जयपुर आ रहे हैं. रंधावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात करेंगे. लेकिन पायलट के मामले में सीएम गहलोत का स्टैंड पहले से ही साफ है. ...तो फिर ऐसा क्या नया करने रंधावा जयपुर आ रहे हैं ? क्या सचमुच गहलोत और पायलट कैंप्स के बीच दोस्ती करा पाएंगे रंधावा ? राजनीतिक प्रेक्षकों के अनुसार इसकी संभावना लगभग शून्य है. क्योंकि आलाकमान के पास अब पायलट को देने के लिए कुछ ज्यादा नहीं बचा है. दूसरी तरफ पार्टी 2023 का चुनाव गहलोत के नेतृत्व में लड़ने का फैसला ले चुकी है. 

रंधावा ने कहा- पायलट का इस तरीके से प्रेस वार्ता करना ‘‘उचित नहीं’’ 
आपको बता दें कि सचिन पायलट की ओर से गहलोत सरकार पर ताजा हमला किए जाने के बाद रविवार को एआईसीसी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि पायलट का इस तरीके से प्रेस वार्ता करना ‘‘उचित नहीं’’ है और उन्हें पहले उनके समक्ष इस मुद्दे को उठाना चाहिए था. रंधावा को पिछले साल दिसंबर में राजस्थान का एआईसीसी प्रभारी बनाया गया था. रंधावा ने कहा कि उन्होंने प्रभार संभालने के बाद से पायलट के साथ 20 से अधिक बैठकें की हैं लेकिन पूर्व उपमुख्यमंत्री ने उनके सामने भ्रष्टाचार का मुद्दा नहीं उठाया.

हमने गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ कार्रवाई की:
रंधावा ने कहा कि हमने कई मुद्दों के बारे में बात की लेकिन उन्होंने यह मुद्दा नहीं उठाया और फिर प्रेस के पास जाना...यह कहना कि हम भ्रष्टाचार पर काम नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमने गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ कार्रवाई की, यहां तक कि उन्होंने मुख्यमंत्री के खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी दायर किया. दूसरी बात यह है कि हमने राजस्थान में जो किया है, किसानों के कर्ज माफ करने, बिजली बिल पर, सिलेंडर पर सब्सिडी, पुरानी पेंशन योजना वापस लाने जैसी योजना, उन्हें (पायलट) उस बारे में बात करनी चाहिए थी और फिर कहना था कि अब हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी. लेकिन यह उचित नहीं था.

इस मुद्दे पर पायलट तथा गहलोत दोनों से बात करेंगे:
रंधावा ने कहा कि वह मंगलवार को जयपुर जाएंगे और इस मुद्दे पर पायलट तथा गहलोत दोनों से बात करेंगे. उन्होंने कहा कि पायलट ने दो पत्रों की बात की है. मुझे उस पर भी गौर करना होगा और दोनों से बात करनी होगी. राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने राज्य विधानसभा चुनाव से पहले गहलोत सरकार के खिलाफ एक नया मोर्चा खोलते हुए रविवार को कहा कि वह राज्य की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में कथित तौर पर हुए ‘भ्रष्टाचार’ पर कार्रवाई की मांग को लेकर 11 अप्रैल को जयपुर में शहीद स्मारक पर एक दिन का अनशन करेंगे.