जयपुर : राजस्थान डोमेस्टिक ट्रेवल मार्ट का चौथा संस्करण आज से 15 सितंबर को आयोजित किया जाएगा. यह महत्वपूर्ण आयोजन फेडरेशन ऑफ होटल्स एंड रेस्टोरेंट्स ऑफ राजस्थान और राजस्थान पर्यटन विभाग की संयुक्त भागीदारी में होगा. राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आज शाम 6 बजे केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और डिप्टी सीएम दीया कुमारी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे.
राजस्थान डॉमेस्टिक ट्रैवल मार्ट का उद्घाटन आज शाम राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में होगा उसके बाद 14 और 15 सितंबर को बिड़ला ऑडिटोरियम में बी2बी बैठकें आयोजित की जाएंगी. मार्ट में शामिल प्रतिनिधि 16 सितंबर को राजस्थान फेम टूर के लिए रवाना होंगे. मार्ट में 200 से अधिक स्टॉल और 600 से ज्यादा प्रॉपर्टी का प्रदर्शन किया जाएगा. आयोजन में 1,300 खरीदारों और 7,000 से अधिक आगंतुकों की उपस्थिति की उम्मीद है. विभिन्न ट्रैवल प्लानर्स, टूर ऑपरेटर्स, ट्रैवल एजेंट्स, होटलियर्स और स्टेकहोल्डर्स इस मार्ट में शामिल होंगे, जो विजिटर्स को राजस्थान के विभिन्न आकर्षणों और सुविधाओं से परिचित कराएंगे. पर्यटन सचिव रवि जैन, पर्यटन विभाग के अतिरिक्त निदेशक राकेश शर्मा, एफएचटीआर के प्रेसिडेंट कुलदीप सिंह चंदेला, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सुरेंद्र सिंह शापुरा, जनरल सेक्रेटरी सीए वीरेन्द्र सिंह शेखावत ने आज पूरा आयोजन को लेकर मीडिया को जानकारी दी.
पर्यटन सचिव रवि जैन ने कहा कि टूरिज़्म एक 'वर्ड ऑफ़ माउथ' बिजनेस है. राजस्थान में देशी-विदेश पर्यटकों की नियमित आवाजाही रहती है. इस परिप्रेक्ष्य में, देश-विदेश से राजस्थान आने वाले व्यवसायियों, पर्यटकों और नियोक्ताओं को सुविधाएं प्रदान की जाए इसी दिशा में विशेष ध्यान दिया जा रहा है, और आरडीटीएम में पर्यटन को बढ़ावा देने के सभी प्रयास साकार होंगे. उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना काल के बाद से राजस्थान में घरेलू पर्यटन पर विशेष जोर दिया जा रहा है. जब पर्यटक राजस्थान आते हैं, तो उन्हें पता चलता है कि राजस्थान केवल वीडियो में दिखाए गए पर्यटन तक सीमित नहीं है. वास्तव में पर्यटन के लिहाज से राजस्थान काफी समृद्ध है इसीलिए पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है. यह केवल बाहरी पर्यटकों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इससे स्थानीय लोगों को भी कई प्रकार से लाभ होता है. पर्यटकों के आगमन से राजस्थान में रोजगार के अवसर भी बढ़ते हैं.
एफएचटीआर के प्रेसिडेंट कुलदीप सिंह चंदेला ने बताया कि इस बार आरडीटीएम की थीम वेडिंग, इन्सेंटिव, कांफ्रेंस और इवेंट तय की गई है. राजस्थान में टूरिज्म प्रमुख व्यवसाय है. आरडीटीएम में बी2बी मीटिंग्स के दौरान टूर ऑपरेटर्स और बायर्स व टूरिज्म सेक्टर से जुड़े स्टेक होल्डर्स एक मंच पर आएंगे. मीट से प्रदेश का पर्यटन एक नए आयाम तक पहुंचेगा और पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा देखने को मिलेगा. 16 सितंबर को राटो के सहयोग से फेम ट्यूर का आयोजन किया जाएगा. इसमें जयपुर से मंडावा, जोधपुर, पुष्कर, बूंदी, रणथम्भौर, कुंभलगढ़ का टूर शामिल है. प्रदेश में आने वाले टूर ऑपरेटर्स को प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों की संस्कृति देखने को मिलेगी. इसी के साथ बाड़मेर में एक व्यू गैलेरी का निर्माण भी किया गया है जहां से पर्यटक पाकिस्तान बॉर्डर को देख सकेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि आरडीटीएम के माध्यम से राजस्थान में वेडिंग अपॉर्च्युनिटी और नई डेस्टिनेशन पर वेडिंग को प्रमोट करने का भी प्रयास किया जा रहा है.
एफएचटीआर के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सुरेंद्र सिंह शाहपुरा ने कहा कि पर्यटन हमारी कला और संस्कृति को संजोने का माध्यम है. भारतीय विदेशों की यात्रा पर करोड़ों रुपए खर्च करते हैं, डोमेस्टिक ट्रेवल को बढ़ावा देने से न केवल देश की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी बल्कि हम भावी पीढ़ी के लिए हमारी संस्कृति को अक्षुण्ण रख सकेंगे. आरडीटीएम का उद्देश्य राज्य के भीतर और बाहर से अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करना और राज्य की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाना है. यह मार्ट पर्यटन हितधारकों को विरासत, रोमांच, वन्यजीव, तीर्थयात्रा, शादी, इको-पर्यटन और गांव पर्यटन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान करेगा. इसके साथ ही, बी2बी बैठकें भी आयोजित की जाएंगी, जो व्यापारिक अवसरों और नेटवर्किंग को बढ़ावा देंगी.