जयपुर: चुनावी साल में राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने अनूठी पहल करते हुए इनामी योजना शुरू की है. इस योजना से गहलोत सरकार जनता को नकद इनाम बांटेगी. जन सम्मान वीडियो कॉन्टेस्ट के जरिए हर दिन 2.75 लाख रुपए के नकद पुरस्कार दिए जाएंगे. सीएम अशोक गहलोत ने इसकी शुरुआत कर दी है. 6 अगस्त तक चलने वाली इस योजना में रोज नकद इनाम बांटे जाएंगे. सीएम गहलोत ने इस योजना का सोशल मीडिया पर खूब प्रचार किया है.
अब तक नामी कंपनियों के द्वारा ही इनामी योजना के बारे में आपने सुना होगा, लेकिन अब राजस्थान सरकार भी चुनावी साल में इनामी योजना लेकर आई है. कई दिनों के प्रचार के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज जन सम्मान वीडियो कॉन्टेस्ट के नाम से इनामी योजना की शुरुआत कर दी. इस कॉन्टेस्ट में राजस्थान का कोई भी 13 वर्ष से अधिक का निवासी प्रतिभागिता कर सकता है. इसके तहत वह सरकारी योजनाओं के ऐसे रचनात्मक वीडियो बना सकता है जिसमें योजना संदर्भित संपूर्ण जानकारी, लाभार्थियों की पात्रता, आवेदन प्रक्रिया अथवा लाभान्वितों की कहानियां इत्यादि शामिल हो सकती हैं. फिर वीडियो को अपने कम से कम 2 सोशल मीडिया हैंडल्स पर हैशटैग #JanSammanJaiRajasthan के साथ 6 अगस्त, 2023 तक पोस्ट कर सकतें हैं.
आमजन द्वारा महंगाई राहत कैम्प में शामिल 10 योजनाओं के साथ ही राज्य सरकार द्वारा संचालित अन्य योजनाओं से सम्बन्धित वीडियो भी बनाये जा सकते हैं. साथ ही, वीडियो बनाने के लिए एक से अधिक योजनाओं का चुनाव भी किया जा सकता है. प्रतिदिन प्रथम पुरस्कार के रूप में 1 लाख रुपये, द्वितीय पुरस्कार के रूप में 50 हजार रुपये एवं तृतीय पुरस्कार के रूप में 25 हजार रुपये की राशि दी जाएगी. इसके अतिरिक्त प्रतिदिन 1000 रुपये के 100 प्रेरणा पुरस्कार भी दिये जाएंगे. योजना को लॉन्च करते हुए मुख्यमंत्री अशेाक गहलोत ने कहा कि सरकार द्वारा महंगाई से राहत देने के लिए संचालित 10 जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभ से कोई भी पात्र परिवार वंचित नहीं रहे, इसके लिए जन सम्मान वीडियो कॉन्टेस्ट की शुरूआत की गई है. इस कॉन्टेस्ट के माध्यम से जहां महंगाई राहत अभियान में आमजन की सहभागिता निरन्तर बनाये रखने में सहायता मिलेगी वहीं लोगों को सरकार की अन्य जनहितकारी योजनाओं के बारे में जानकारी भी प्राप्त हो सकेगी.
महंगाई राहत कैम्पों में अब तक प्रदेश के लगभग 1 करोड़ 80 लाख परिवारों ने पंजीकरण करवाया है. इस वीडियो कॉन्टेस्ट के माध्यम से शेष रहे करीब 15 लाख परिवारों को जोड़ने का काम हो सकेगा. आइये अब आपको बताते है कि कॉन्टेस्ट में भाग लेने के लिये क्या क्या पात्रताएं है
- प्रतिभागी जनआधार में पंजीकृत हो.
- प्रतिभागी का स्वयं का बैंक खाता हो तथा वह जनआधार में पंजीकृत हो (स्वयं का खाता नहीं होने पर जनआधार से लिंक अन्य बैंक खाते हेतु सहमति)
- प्रतिभागी कॉन्टेस्ट के लिये अपलोड किये जाने वाले वीडियो अथवा उसके किसी भी भाग को राज्य सरकार द्वारा अपनी योजनाओं के प्रचार-प्रसार व अन्य समुचित उपयोग किये जाने पर सहमत हो.
- यह प्रतियोगिता 6 अगस्त, 2023 तक चलेगी.
कॉन्टेस्ट में ये वीडियोज हो सकेंगे शामिल-
- महंगाई राहत कैम्पों से संबंधित कोई सफलता की कहानी.
- महंगाई राहत कैम्पों में शामिल 10 योजनाएं एवं राज्य सरकार की अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं पर आधारित वीडियो.
- योजनाओं से प्राप्त लाभ एवं इनसे लाभार्थी के जीवन में आये सकारात्मक प्रभाव या परिवर्तन.
- वीडियो किसी व्यक्ति, जाति और समुदाय की भावना एवं राष्ट्रीय एकता व अखण्डता को ठेस पहुंचाने वाला तथा अश्लील प्रकृति का नहीं होना चाहिए.
- वीडियो में राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी और तथ्य प्रामाणिक होने चाहिए.
- वीडियो ओरिजिनल होना चाहिए, कहीं से कॉपी किया हुआ नहीं होना चाहिए.
यह होगी चयन की प्रक्रिया:-
- प्रतिदिन वीडियोज की स्क्रीनिंग के लिये एक 15 सदस्यीय स्क्रीनिंग पैनल तथा एक राज्य स्तरीय चयन समिति बनाई गई है.
- प्रत्येक दिन की प्रतियोगिता का परिणाम दो दिन बाद जारी किया जाएगा.
- उदाहरण के तौर पर 7 जुलाई का परिणाम 10 जुलाई एवं 8 जुलाई का परिणाम 11 जुलाई को जारी होगा.
- परिणाम प्रकाशित होने के दिन ही विजेताओं के बैंक खातों में ऑनलाइन डीबीटी के माध्यम से पुरस्कार राशि हस्तांतरित की जायेगी.
कांग्रेस सरकार इस बार चुनाव जीतने तथा अपनी योजनाओं का प्रचार करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. इन वीडियो के जरिए सरकार ने अपनी योजनाओं का प्रचार आम लोगों से कराने की तैयारी की है. सरकार इस बार अपनी योजनाओं का आक्रामक प्रचार कर रही है. जनता को सीधा लाभ देने वाली योजनाओं का सोशल मीडिया पर खूब प्रचार किया जा रहा है. अब वीडियो कॉन्टेस्ट के जरिए जनता के बीच इन योजनाओं का प्रचार करने का तरीका अपनाया है. यह पहला मौका है जब सरकार इतने बड़े पैमाने पर योजनाओं का प्रचार करने के लिए वीडियो कॉन्टेस्ट करवा रही है. चुनावी साल में जनता से प्रचार करवाने के इस तरीके की खूब चर्चा हो रही है. लेकिन देखना यह भी होगा कि प्राइवेट कंपनियों द्वारा ब्रांड का प्रचार करने के लिए लाई जाने वाली ईनामी योजना के तर्ज पर यह वीडियो कान्टेंस्ट कितना सफल हो पाती है. क्या कॉन्टेस्ट के बंपर प्राइज के रूप में कांग्रेस को जीत मिल पाएगी.