Rajasthan News: सरकार की खायें बाजरी, सेठों की बजायें हाजिरी ! खेतड़ी खनिज अभियंता ने सरकार को लगाया 42 लाख का चूना, बंद लीज में पोकलेन मशीन से चल रहा था अवैध खनन

जयपुर: खेतड़ी (Khetdi) के भूकरी में अवैध खनन (Illegal Mining) मामले में विभाग के ही खनिज अभियंता की भूमिका पर सवाल खड़े हो गए हैं. मिलीभगत कहें या लापरवाही पूरे प्रकरण में खान विभाग के हाथ से 42 लाख रुपए छिटक गए. यही नहीं पोकलेन मशीन को भी माफिया उड़ा ले गया और अब खान विभाग (Mines Department) के उच्चाधिकारी आचार संहिता (Code of Conduct) का लाभ उठा पूरे मामले पर पर्दा डालने के प्रयास कर रहे हैं. हालांकि प्रकरण में एसीएस वीनू गुप्ता (ACS Veenu Gupta) तक शिकायत पहुंच गई है. 

सरकार की खायें बाजरी, सेठों की बजायें हाजिरी !
- खेतड़ी खनिज अभियंता ने सरकार को लगाया 42 लाख का चूना
- बंद लीज में पोकलेन मशीन से चल रहा था अवैध खनन
- खनिज अभियंता धर्म सिंह मीणा की कार्यशैली पर उठे सावाल
- एसीएस वीनू गुप्ता तक पहुंची मामले की शिकायत
- धर्म सिंह व सर्वेयर पूनम गुर्जर ने खुद जाकर जब्त की थी पोकलेन मशीन
- करीब एक करोड़ की मशीन पर खान विभाग वसूल सकता था 42 लाख तक जुर्माना
- 16 अक्टूबर को मशीन जब्त कर पुलिस व खान विभाग के 2-2 जवान किए तैनात
- जबकि पोकलेन को जब्त करने के बाद दिन में ही थाने ले जाना था
- लेकिन जानबूझकर मशीन को खराब बताकर खदान क्षेत्र में ही किया खड़ा
- रात को चारों जवानों को धर्म सिंह के कहने पर खाना खाने के नाम पर खदान से हटाया
- इसके बाद रात में संजय गुर्जर और प्यारेलाल मौके से ले भागे मशीन
- पूरे प्रकरण उठे कई सवाल: मशीन को दिन में थाने क्यों नहीं भेजा ?
- रात में एक साथ चारों जवानों को खाने पर क्यों भेजा, दो-दो के ग्रुप में क्यों नहीं ?
- दिन में खराब मशीन रात में अचानक कैसे ठीक हो गई ?

खेतड़ी के भूकरी की जिस बंद लीज पर खुलेआम अवैध खनन हो रहा था उसके लीजधारक सुभाष स्वामी ने प्रकरण में खनिज अभियंता धर्म सिंह मीणा की एसीएस वीनू गुप्ता को शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है. दरअसल, 16 अक्टूबर का खनिज अभियंता धर्म सिंह मीणा और सर्वेयर पूनम गुर्जर अवैध खनन स्थल पर पहुंचे और मौके पर अवैध खनन कर रही पोकलेन मशीन को जब्त कर लिया. खुद खनिज अभियंता व अन्य स्टाफ ने जब्त मशीन के सामने खड़े होकर फोटो खिंचवाई. दरअसल... यहीं से सारा खेल शुरू होता है. एक करोड़ से अधिक की पोकलेन मशीन को पुलिस थाने नहीं भेजकर खदान पर ही खड़ा किया गया. तर्क यह दिया गया कि मशीन खराब है और चल नहीं सकती. जबकि मशीन को जब जब्त किया तब वह वर्किंग में थी. 

इसके बाद यहां पुलिस के दो जवान राजेंद्र और दिनेश व खान विभाग के दो जवान मशीन की सुरक्षा में लगा दिए. इसके बाद रात को चारों जवानों को एक साथ खाना खाने के नाम पर मौके से भेज दिया गया. इसी अवधि में खराब मशीन को संजय गुर्जर और प्यारेलाल नाम के दो व्यक्ति मौके से ले भागे. सुभाष स्वामी ने शिकायत में बताया है कि जब संजय गुर्जर और प्यारेलाल मशीन ले जा रहे थे तब धर्म सिंह मीणा मौके पर ही था. जब चारों जवान लौटे तो उन्हें धर्म सिंह ने बताया कि संजय गुर्जर और प्यारेलाल मशीन ले भागे. 

चारों जवानों को खनिज अभियंता ने एक साथ खाना खाने क्यों भेजा ? 
अब सवाल यह उठता है कि चारों जवानों को खनिज अभियंता ने एक साथ खाना खाने क्यों भेजा ? सुबह जो मशीन खराब बताई गई वह रात को अपने आप कैसे ठीक हो गई ? इस मशीन को जब्त रखा जाता तो इस पर करीब 42 लाख रुपए जुर्माना खान विभाग को मिलता. बहरहाल मामले में जब शिकायत उच्च स्तर पर पहुंचा तो अगले दिन रात में थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई. पूरे मामले में लीजधारक ने खनिज अभियंता पर दो लाख रुपए लेकर पोकलेन मशीन छोड़ने का आरोप लगाया है. अब शिकायत एसीएस तक पहुंच गई है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि जल्द खनिज अभियंता पर कार्रवाई की जा सकती है.