जयपुर: राज्य स्तरीय पशुपालक सम्मान समारोह में सीएम अशोक गहलोत ने धर्म के नाम पर सियासत को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है. इस दौरान उन्होंने पूछ लिया कि मैं हिंदू नहीं हूं क्या ? हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करके ये हमें चुनाव हरवाते हैं. मैं हिंदू नहीं हूं क्या, आपको क्या लगता है ? ये हिंदू हैं कि मुसलमान बैठे हुए हैं यहां पर ? कब तक यही करते रहेंगे ? देश में महंगाई बहुत भयंकर है.
उन्होंने कहा कि बेरोजगारी बहुत भयंकर है, तनाव है, हिंसा हो रही है. गरीब-अमीर के बीच की खाई लगातार बढ़ रही है. पूरे देश की पूंजी कुछ लोगों के हाथ में आ गई है. गौशाला को अनुदान देने की शुरुआत हमने की. उन्होंने 5 साल में गौशालाओं को मात्र 143 करोड़ दिए और हमने पिछले 4 साल में 2313 करोड़ रुपए दिए हैं. अंत में सीएम गहलोत ने कहा कि धर्म के नाम पर राजनीति करना उचित नहीं है.
वहीं इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि पहले व्यापारी ही सम्मानित होते थे, हम इसे पशुपालकों तक लेकर आए ! उन्होंने कहा कि हरजीराम बुरडक साहब कृषि मंत्री थे तो किसान सम्मान शुरू किया. इस बार कटारिया साहब ने पशुपालकों का सम्मान शुरू किया. इससे पहले अध्यापकों का जरूर सम्मान करते थे. वरना तो उद्यमियों, व्यापारियों, इंडस्ट्रियलिस्ट का सम्मान होता है. पशुपालकों, किसानों के सम्मान की नई परंपरा राजस्थान ने शुरू की. मेरा मानना है कि इसका असर देखने को मिला है. आज हम दुग्ध उत्पादन में पूरे देश में नंबर एक हो गए.
आज हम सब जगह गुजरात के अमूल का नाम सुनते हैं:
इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि आज हम सब जगह गुजरात के अमूल का नाम सुनते हैं. पूरे देश में अमूल जाता है, सरस नहीं जाता है. लेकिन हम प्रयास करें तो सरस को आगे किया जा सकता है. प्रदेश में दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में नवाचार हुए, नस्ल सुधार किए गए. चाहे वह दुग्ध उत्पादक संबल योजना में 5 रुपए की मदद देना हो. इन सब प्रयासों से राजस्थान दुग्ध उत्पादन में नंबर एक बना है. यूपी को पीछे छोड़ा, इसके लिए राजस्थान के पशुपालक बधाई के पात्र है. राजस्थआन में को-ऑपरेटिव मूवमेंट को अधिक मजबूत करने की जरूरत है.