Rajasthan Politics: चुनावी समर में उतरने को इच्छुक ब्यूरोक्रेट्स, कांग्रेस और बीजेपी से जुड़ चुके कुछ दिग्गज; निरंतर कर रहे अपने-अपने इलाके का दौरा

जयपुर: विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस नेता तो टिकट की दावेदारी जता ही रहे हैं, लेकिन ब्यूरोक्रेट भी पीछे नहीं है. इस बार नेताओं औऱ कार्यकर्ताओं के साथ ब्यूरोक्रेट्स भी टिकट की लाइन में लग चुके हैं. कांग्रेस में शामिल हो रहे या फिर टिकट मांग रहे अधिकतर अधिकारी रिटायर्ड है. जिनमें आईएएस, आईपीएस, आरपीएस औऱ आरएएस रहे अधिकारी शामिल हैं. कुछ ऐसे जो अन्य राज्यों में बड़े पदों पर रह चुके है. पूर्व मुख्य सचिव निरंजन आर्य और रामलुभाया, कुंजी लाल मीना जैसे दिग्गज चुनावी समर में उतरने की सोच रहे. तमिलनाडु के पूर्व DGP एसआर जांगिड़ लड़ना चाहते है बाड़मेर से लोकसभा चुनाव...

राजनीति में आने की चाह का क्या कहना है. दलगत सियासत में सक्रिय नेताओं के सिवाय वो अधिकारी भी है जिन्हें पूरी इच्छा रहती है सियासत में आने की. 

---एस आर जांगिड़ पूर्व DGP तमिलनाडु---
एक ऐसे ही अधिकारी है तमिलनाडु के पूर्व DGP एस आर जांगिड़ बाड़मेर के कवास के निवासी एस आर जांगिड़ को पूरा तमिलनाडु सिंघम के नाम से भी जानता है, इन्होंने कुख्यात और दुर्दांत बावरिया गैंग का सफाया किया था, इनके साहस के ऊपर चर्चित तमिल फिल्म "थीरन" बन चुकी है. तमिलनाडु के कई जिलों में एसपी रह चुके जांगिड़ को कई वीरता पदक मिल चुके, राष्ट्रपति से सम्मान मिल चुका. अपनी माटी बाड़मेर से उनका जुड़ाव हमेशा रहा वे यहां से लोकसभा के चुनावी समर में उतरना चाहते है. शानदार कद काठी, घनी मूछें और रौबदार चेहरे के धनी एस आर जांगिड़ का मन है चुनाव के जरिए समाज सेवा के कार्य करना. 

---निरंजन आर्य, पूर्व मुख्य सचिव राजस्थान---
राजस्थान के मुख्य सचिव रह चुके निरंजन आर्य के भी चुनावी इरादे है, पाली इनका सियासी क्षेत्र, आर्य की पत्नी संगीता सोजत से कांग्रेस के टिकट पर चुनावी समर में उतर चुकी है. सोजत मे सामाजिक कार्यों में इनकी सक्रियता देखी जा सकती है. संगीता आर्य अभी आरपीएससी की सदस्य है. आर्य दलित चेहरे के तौर पर जाने जाते है, सीएम अशोक गहलोत के लम्बे समय से नजदीक रहे है.

---रामलुभाया पूर्व IAS--- 
 राजस्थान में नए जिलों के सूत्रधार पूर्व IAS रामलुभाया के भी चुनावी समर में उतरने की चर्चा. नए जिले अनूपगढ़ से विधानसभा या फिर श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ लोकसभा सीट से लोकसभा चुनाव लड़ सकते है. कांग्रेस के टिकट पर उतर सकते हैं. पिछले चुनाव में भी इनके नाम की चर्चा चली थी. पंजाबी भाषी रामलुभाया कुशल अधिकारी के तौर पर ख्याति प्राप्त है, नहरी क्षेत्र में जिला कलेक्टर के रूप में सेवाएं दे चुके है. दलित चेहरे के तौर पर रामलुभाया सियासी चेहरे हो सकते है.

---हरी प्रसाद शर्मा पूर्व IPS, चेयरमैन कर्मचारी चयन बोर्ड---
फुलेरा विधानसभा क्षेत्र के रेनवाल के निवासी, फुलेरा से टिकट चाहते है, कांग्रेस से टिकट मांगा था, सीएम अशोक गहलोत से अच्छे संबंध, कुशल अधिकारी की रही इमेज.

---अनिल गोठवाल पूर्व IPS--- 
दलित संगठनों में सक्रिय पूर्व पुलिस अफसर अनिल गोठवाल की चाहत भी सियासत है, वे एससी रिजर्व सीट चाकसू या दूदू से चुनाव लडना चाहते है. 

---के सी वर्मा पूर्व IAS---
वर्मा रह चुके जयपुर के संभागीय आयुक्त, निवाई से विधानसभा का चुनाव लड़ने के इच्छुक, बीजेपी से नजदीकी. 

---लाल चंद असवाल पूर्व IAS---
राज्य के चर्चित दलित तेज तर्रार चेहरे, जयपुर नगर निगम के आयुक्त रहे, दौसा समेत कुछ जिलों के कलेक्टर, राजस्थान में अंबेडकर कथा कराने के जनक, दूदू, बगरू, चाकसू तीनों जगह से दावा, अभी किसी दल में नही. 

--मदन लाल शर्मा पूर्व पुलिस अफसर दिल्ली---
सीबीआई में डायरेक्टर स्पेशल पद पर आसीन थे, अलवर के रामगढ़ से बीजेपी टिकट पर चुनाव लडना चाहते है.

 ---महेंद्र चौधरी पूर्व पुलिस अधिकारी---
बाड़मेर में लंबे समय से सक्रियता है. किसान वर्ग के चेहरे के तौर पर पहचान, जयपुर ग्रामीण, नागौर समेत कई जिलों के एसपी रह चुके, बीजेपी से टिकट के प्रयास.

---जगमोहन मीणा पूर्व आर ए एस अधिकारी---
राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा के भाई, NPP के टिकट पर एक बार टोंक सवाई माधोपुर से लड़ चुके चुनाव, फिर पूर्वी राजस्थान किसी सीट से लड़ सकते है चुनाव. 

---महावीर खराड़ी RAS---
भारतीय आदिवासी पार्टी का भविष्य में चेहरा हो सकते है, वागड़ के आदिवासी बेल्ट से ताल्लुक, पत्नी प्रकृति खराड़ी लड़ चुकी बीजेपी के टिकट पर आसपुर से चुनाव, पिछली राजे सरकार में एसटी आयोग की चेयरमैन थी प्रकृति, पति महावीर खराड़ी आदिवासियो के बीच सक्रिय. 

---मन्ना लाल रावत प्रशासनिक अफसर---
मेवाड़ और वागड़ के आदिवासी क्षेत्र में सक्रिय,भविष्य में बीजेपी के आदिवासी फेस हो सकते है.

---टीआर मीना आईएएस केरल कैडर---
केरल के मुख्य चुनाव अधिकारी रह चुके, बामनवास में खासे सक्रिय, यही के मूल निवासी है. 

---विजेंद्र सिंह झाला पूर्व IPS---
झाला रह चुके जयपुर के ट्रैफिक एसपी, जोधपुर का बिलाड़ा से बतौर कांग्रेस बागी चुनाव भी लड़ चुके, फिर वहीं से इरादा. 

---ओपी सैनी पूर्व आईएएस---
सामाजिक सियासत में सक्रिय, करौली से बीजेपी टिकट पर चुनाव लड़ चुके, फिर सक्रिय.  

---ललित मेहरा पूर्व आईएएस---
ललित मेहरा कांग्रेस में सक्रिय है, पीलीबंगा रिजर्व सीट से चुनाव लडना चाहते है, नहरी क्षेत्र में सक्रियता, प्रदेश कांग्रेस की बैठकों में लगातार आवाजाही.  

--- अकील अहमद पूर्व RAS---
ओवैसी के लिए इन्होने ब्यूरोक्रेसी छोड़ दी,राजस्थान में AIMIM के संगठन विस्तार से जुड़े है, मुस्लिम बहुल क्षेत्र से चुनाव भी लड़ सकते है. 

---के राम पूर्व पुलिस अधिकारी---
आईबी राजस्थान के प्रमुख रह चुके, नागौर से चुनाव लड़ने के इच्छुक, अभी कांग्रेस में सक्रिय, हाल ही में जाट महाकुंभ में सक्रिय थे.

राजस्थान की मौजूदा विधानसभा में वर्तमान में प्रशासनिक सेवाओं में रह चुके कई प्रमुख अधिकारी विधायक है. राजस्थान पुलिस के पूर्व डीजीपी हरीश मीणा देवली उनियारा से विधायक है, पूर्व आईएएस जेपी चंदेलिया पिलानी विधानसभा क्षेत्र से विधायक है. दोनों ही कांग्रेस से है. पूर्व आईपीएस लक्ष्मण मीणा बस्सी से निर्दलीय विधायक है. पूर्व प्रशासनिक अधिकारी पुखराज गर्ग भोपालगढ़ से आरएलपी के विधायक. जैसलमेर से कांग्रेस विधायक रूपाराम मेघवाल, बांदीकुई विधायक जीआर खटाना, महुवा विधायक ओपी हुडला, दौसा विधायक और मंत्री मुरारी लाल मीणा भी सरकारी सेवाओं में सेवाएं देने के बाद सिसायत में आए. 

कुछ प्रमुख ब्यूरोक्रेट कभी भी अपनी सेवाओं को छोड़कर चुनाव लड़ने के लिए तैयार:
अजमेर विद्युत वितरण निगम के पूर्व एमडी पी.एस.जाट लोकसभा का चुनाव लड़ चुके. रिटायर्ड आईएएस अफसर बी.पी.मीणा, सुखपाल मीणा, अजय सिंह चित्तौड़ा, आर.के.मीणा, सियाराम मीणा, ओ.पी.यादव और रिटायर्ड आईपीएस अफसर आर.पी.मीणा, गिरिराज मीणा, भारतीय रेल सेवा से हाल में रिटायर हुए किशनलाल मेघवाल लंबे समय से टिकट के प्रयासों में है. इतना ही नहीं है कांग्रेस और बीजेपी से टिकट की गारंटी मिलने पर कुछ प्रमुख ब्यूरोक्रेट कभी भी अपनी सेवाओं को छोड़कर चुनाव लड़ने के लिए तैयार है.