Rajasthan Politics: कांग्रेस वॉर रूम में विधायकों का संवाद फीडबैक कार्यक्रम, वन-टू-वन बात कर मन टटोल रहे; संवाद के ये प्रमुख बिंदु

जयपुर: सरकार के कामकाज की जमीनी हकीकत जानने के लिए सत्ता और संगठन की ओर से आज से विधायकों के साथ वन टू वन संवाद किया ज रहा है. आज अजमेर और जोधपुर संभाग में आने वाले फीडबैक लिया जा रहा है. 20 अप्रैल तक अलग अलग संभागों में आने वाले विधायकों से फीडबैक का दौर चलेगा. 

भावी चुनावी रणनीति, स्थानीय मसले और फ्लैगशिप योजनाओं के प्रचार प्रसार को लेकर चर्चा की जा रही है. एक खेमा चाहता है अगले चुनावों में अशोक गहलोत को सीएम फेस के तौर पर प्रोजेक्ट किया जाए. खास बात है सीएम गहलोत और सचिन पायलट दोनों के संभागों का फीडबैक आज ही है. इस दौरान कांग्रेस समर्थित विधायकों को भी बुलाया है. विधायकों के सामने उनका रिपोर्ट कार्ड भी रखा जायेगा. 

सचिन पायलट प्रकरण का अभी अंत नही हुआ है. इसी बीच कांग्रेस आलाकमान के निर्देश पर प्रदेश कांग्रेस की ओर से विधायकों से वन टू वन फीडबैक लिया जा रहा है. कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा फीडबैक ले रहे हैं. आज अजमेर संभाग में आने वाले 14 और जोधपुर संभाग में आने वाले 18 विधायकों से फीडबैक लिया जा रहा है. कांग्रेस को समर्थन कर रहे निर्दलीय विधायकों को भी फीडबैक के लिए बुलाया गया है. सीएम अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी फीडबैक के दौरान मौजूद है. विधायकों के सामने उनकी परफॉर्मेंस का रिपोर्ट कार्ड रखा जायेगा.

---वन टू वन संवाद के प्रमुख बिंदु---
- कांग्रेस नेतृत्व ने विधायकों का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया है
- इस रिपोर्ट कार्ड को विधायकों के सामने रखा जायेगा
- हाथ से हाथ जोड़ो अभियान में कितनी भागीदारी रही इसका भी रिपोर्ट कार्ड बना है
- जनता के बीच सक्रियता, कार्यकर्ताओं के कामों के प्रति सजगता
- सीएम गहलोत का राहत विजन 
- नए जिले बनने के बाद के सियासी हालात
- स्थानीय स्तर पर सरकारी योजनाओं का असर
- विपक्षी पार्टी के जन आक्रोश कार्यक्रमों की हकीकत

---फीडबैक को लेकर अशोक गहलोत समर्थक विधायकों की रणनीति---
- गहलोत कैंप के विधायक उठा सकते है मांग 
- मुख्यमंत्री गहलोत को नायक की तरह प्रस्तुत किया जाए
- महंगाई के खात्मे के नायक के तौर पर दर्शाया जाए
- अशोक गहलोत को सीएम प्रोजेक्ट करके कांग्रेस चुनावी समर में उतरे कांग्रेस
- परंपरा से हटकर अशोक गहलोत वर्सेस बीजेपी चुनाव का माहौल तैयार किया जाए
- मानेसर घटनाक्रम के विधायकों पर कार्यवाही की जाए

---फीडबैक को लेकर सचिन पायलट कैंप के विधायकों की रणनीति---
- पायलट कैंप के विधायक एक बार फिर दबाव बनाएंगे
- सत्ता और संगठन में भागीदारी की मांग उठेगी
- सचिन पायलट को प्रमुख भूमिका को लेकर आवाज बुलंद करेंगे
- कैसे पायलट के कारण सरकार बनी ये बताएंगे
- 25 सितंबर घटनाक्रम से जुड़े नेताओं पर कार्यवाही की बात उठेगी
- पायलट की ओर से बीजेपी राज के खिलाफ उठाए भ्रष्टाचार के मुद्दों को भुनाने को लेकर बात उठेगी

सवाल यह है कि क्या फीडबैक मंथन से अमृत निकलेगा. प्रमुख तौर पर सचिन पायलट प्रकरण के कारण विधायकों के बीच में अजीब से सियासी हालात हैं. इसका असर कांग्रेस सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार पर भी पड़ता है. फीडबैक के जरिए विधायकों की कमियों खामियों और उपलब्धियों पर तो बात होगी. साथ ही ये भी निर्देशित किया जाएगा कि अब समय आ गया है कि गुटबाजी और अन्य बातों को भूल कर आगामी चुनाव की तैयारी में जुट जाए. गहलोत सरकार के महंगाई राहत में अपना योगदान दे और जितना प्रचार-प्रसार हो सके उतना करें.