राजस्थान रोडवेज प्रबंधन हुआ सख्त, प्रदेश भर में चलाया विशेष चेकिंग अभियान; बड़ी तादाद में बिना टिकट सवारी करते पकड़े यात्री

जयपुर: राजस्थान रोडवेज में राजस्व का रिसाव रोकने के लिए रोडवेज प्रबंधन ने आप सख्ती शुरू कर दी है. रोडवेज के अधिकारियों ने प्रदेश भर में विशेष चेकिंग अभियान चलाया जिसमें बड़ी तादाद में बिना टिकट यात्री सवारी करते पकड़े गए हैं. 

राजस्थान रोडवेज की खस्ता हालत किसी से छिपी हुई नहीं है. रोडवेज में एक तरफ जहां बसों की कमी बढ़ती जा रही है तो वहीं मौजूदा बसों की खराब हालत हुई लोगों के लिए परेशानी बनी हुई है. इस सब का सबसे बड़ा कारण राजस्थान रोडवेज में हो रहे राजस्व का रिसाव है. लंबे समय से विरोध में यह समस्या चली आ रही है. खासकर बसों में बिना टिकट सवारी करने का सिलसिला कई प्रयासों के बाद भी रुका नहीं है. अब रोडवेज की बसों में बिना टिकट सवारी करने वाले लोगों पर कार्रवाई के लिए राजस्थान रोडवेज प्रबंधन सख्त हो गया है. प्रदेश भर में संचालित रोडवेज की बसों में यात्री टिकट लेकर यात्रा कर रहे हैं नहीं उसका रियलिटी चेक करने के लिए रोडवेज MD नथमल डिडेल ने हाल ही में जोनल स्तर के अधिकारियों को अलग-अलग जिलों में बसों के निरीक्षण के लिए भेजा था.

जोनल स्तर के अधिकारियों के 3 दिवसीय निरीक्षण में बड़ी तादाद में बसों में यात्री बिना टिकिट लिए सवारी करते पकड़े गए हैं जिनसे जुर्माना भी रोडवेज ने वसूला है.  जोनल स्तर के अधिकारियों के निरीक्षण में यह तथ्य भी सामने आया है कि जिन बसों में अधिकतर यात्री बिना टिकट पकड़े गए हैं उनका संचालन बस सारथी कर रहे थे. बस साथियों की ओर से बसों में यात्रियों को बिना टिकट सवारी करने की शिकायतें रोडवेज प्रबंधन को लंबे समय से मिल रही हैं. हाल ही में रोडवेज के ईटीटी संजीव पांडे ने गड़बड़ी मिलने के बाद ब्लैकलिस्टेड हुए कई बस साथियों को परिवार की खराब आर्थिक स्थिति का हवाला देकर बाहर कर दिया था. ऐसे में अब यह सवाल भी उठ रहा है कि अगर बस सारथियों पर गड़बड़ी मिलने के बाद भी उन्हें बहाल किया जाएगा तो रोडवेज की बसों में बिना टिकट सवारी करने वाले यात्रियों का सिलसिला कैसे रुक पाएगा.

 

राजस्थान रोडवेज में काफी समय से जोनल स्तर के अधिकारियों की ओर से बसों की इस तरह से चेकिंग नहीं की गई थी साथ ही स्थानीय आगारों के स्तर पर भी बसों की चेकिंग नहीं की जा रही थी. यही कारण है कि बसों में बिना टिकट सवारी करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ रही है. क्योंकि परिचालकों में कार्यवाही का डर खत्म हो गया है. वहीं बस सारथी पूरी तरह से बेलगाम हो चुके हैं. लंबे समय के बाद जिस तरह से जोनल स्तर के अधिकारियों ने फील्ड में निकलकर बसों की चेकिंग की है उससे बस सारथियों और परिचालकों में खलबली मची हुई है.

अब आपको बताते हैं जोनल स्तर के अधिकारियों के निरीक्षण में कहां कितने यात्री बिना टिकट सवारी करते हुए मिले...

1- अजमेर जोन में 66 यात्री बिना टिकट सवारी करते हुए मिले इन पर ₹8720 का जुर्माना लगाया गया.

2- जोधपुर जोन में 36 यात्री बिना टिकट सवारी करते हुए मिले.

3 - भरतपुर जॉन में 30 यात्री बिना टिकट सवारी करते हुए मिले इनसे ₹5990 का जुर्माना वसूला गया.

4- कोटा जोन में 33 यात्री बिना टिकट सवारी करते हुए मिले इनसे करीब ₹6000 का जुर्माना वसूला गया.

5- उदयपुर जोन में 21 यात्री बसों में बिना टिकट सवारी करते हुए मैडम से ₹3900 का जुर्माना वसूला गया.