VIDEO: राजस्थान के टाइगर पॉर्क के कोर जोन खुले, रणथम्भौर और सरिस्का में पहले दिन सफारी हाउसफुल

जयपुर: तीन महीने के लंबे इंतजार के बाद प्रदेश के टाइगर पार्क रणथंभौर और सरिस्का के कोर रूट्स पर पर्यटन गतिविधियां शुरू हो गई. रणथंभौर और सरिस्का पहले दिन से ही पूरी तरह बुक है तो रामगढ़ विषधारी को भी अग्रिम बुकिंग मिल रही हैं. उम्मीद की जा रही है कि नए पर्यटन सत्र में तीनों टाइगर पार्क में सैलानियों की भरमार देखने को मिल रही है. 

तीनों टाइगर पार्क में सैलानियों की भरमार:

टाइगर पार्क वाहन   बाघ
रणथंभौर            144 एक शिफ्ट में 76
सरिस्का     35 एक शिफ्ट में    32
रामगढ़ विषधारी अभी सफारी नहीं     06
मुकंदरा     अभी सफारी नहीं 02
धौलपुर   अभी सफारी नहीं  07

रणथंभौर और सरिस्का के कोर रूट्स पर सफारी शुरू:

आज से प्रदेश के टाइगर पार्क रणथंभौर और सरिस्का के कोर रूट्स पर सफारी शुरू हो गई. रामगढ़ विषधारी में दूसरा बफर रूट शुरू किया जा रहा है. तीन महीने मानसून अवधि में कोर रूट्स पर सफारी बंद रहती है. इस दौरान सफारी क्षेत्र के रास्तों को दुरुस्त किया जाता है. वन प्रबंधन के दूसरे कार्य भी किए जाते हैं. हाफ डे और फुल डे बंद करने के चलते रणथंभौर में सुबह और शाम की सफारी के लिए काफी मारा मारी देखने को मिल रही है. पर्यटक अभी से दीपावली, क्रिसमस और न्यू ईयर के आसपास की बुकिंग करा रहे हैं. रणथंभौर में कुल दस सफारी जोन हैं इनमें से 1 से 5 कोर जोन तो 6 से 10 बफर जोन हैं. यहां पर 76 बाघ-बाघिन और शावक हैं.

दयासागर झील में वन विभाग करेगा बोटिंग भी शुरू:

इसी तरह सरिस्का में तीन रूट हैं जिनमें से मानसून के दौरान सिर्फ एक ही खुला रहता है. अब 1 अक्टूबर से शेष दोनों रूट भी शुरू कर दिए जाएंगे. सरिस्का में भी इस समय बाघों की सर्वकालिक सर्वोच्च संख्या 32 के स्तर पर है. यहां बाघों की साइटिंग बढ़ने से वन्य जीव प्रेमियों की आवक भी काफी बढ़ गई है. गांव विस्थापन और नई ग्रासलैंड विकसित करने से वन और वन्य जीव संरक्षण भी सरिस्का में पहले से ज्यादा पुख्ता हुआ है. रणथंभौर में एक बार में 144 पर्यटक वाहन विभिन्न रूट्स पर जा सकते हैं. रामगढ़ विषधारी भी प्रदेश का तेजी से उभरता हुआ टाइगर रिजर्व है, जिसमें फिलहाल 6 बाघ हैं और यहां की प्राकृतिक खूबसूरती पर्यटकों को अपनी ओर जबरदस्त आकर्षित करती है. जल्द ही यहां दयासागर झील में वन विभाग बोटिंग भी शुरू करेगा.

रामगढ़ विषधारी में शानदार काम:

देशभर के वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर्स को दोनों टाइगर पार्क्स के खुलने का इंतजार रहता है. अब तो रामगढ़ विषधारी के तौर पर तीसरा आकर्षण भी इस फेहरिस्त में शामिल हो गया है. डीसीएफ संजीव शर्मा के नेतृत्व में रामगढ़ विषधारी में शानदार काम हुआ है. इस बार फोटोग्राफर्स का रुझान विषधारी व सरिस्का को लेकर भी देखने को मिल रहा है. सरिस्का कोर में कुल 43 जिप्सी और 15 कैंटर हैं इनमें से एक बार में 35 पर्यटक वाहन अंदर जा सकते हैं. सरिस्का के एफडी आरएन मीणा का कहना है कि सफारी की शुरुआत वाले दिन 1 अक्टूबर की बुकिंग फुल है. वन्यजीव सप्ताह के दौरान एक हजार स्कूली बच्चों को निशुल्क सफारी करवाई जाएगी. अन्य कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे. सरिस्का के फील्ड डायरेक्टर रुपनारायण मीणा का कहना है कि तीन महीन के मानसून ब्रेक में सभी रूट्स दुरुस्त किए हैं और पर्यटकों की सुविधाओं का भी विस्तार किया गया है. रणथंभौर को लेकर भी वन्य जीव प्रेमियों में जबरदस्त उत्साह का माहौल है.प्रदेश में पहली बार बाघों की संख्या सौ के पार पहुंची है. ऐसे में इस बार रणथंभौर, सरिस्का और रामगढ़ विषधारी में रुटीन सफारी के लिए वन्यजीव प्रेमी और पर्यटकों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. उम्मीद है सीजन शानदार रहेगा.