राजस्थान राज्यसभा उप चुनाव, बिट्टू ने भरा BJP उम्मीदवार के तौर पर नामांकन, कहा- मैं राजस्थान की प्रगति के लिए काम करूंगा

जयपुर: राजस्थान से राज्यसभा उप चुनाव के लिए बीजेपी उम्मीदवार रवनीत सिंह बिट्टू ने नामांकन दाखिल किया.कांग्रेस से उम्मीदवार नहीं होने के कारण बिट्टू का निर्विरोध निर्वाचन तय माना जा रहा.कल नामांकन पत्रों की जांच होगी.27 अगस्त को औपचारिक घोषणा हो जाएगी.सीएम भजन लाल शर्मा,बीजेपी प्रदेश मध्यक्ष मदन राठौड़ , उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा नामांकन दाखिले के वक्त मौजूद रहे. बिट्टू ने कहा पंजाब मेरी जन्मभूमि और अब राजस्थान कर्मभूमि, में राजस्थान की पगड़ी पर दाग नहीं लगने दूंगा.

राहु काल निकलने के बाद बीजेपी उम्मीदवार रवनीत सिंह बिट्टू ने राज्यसभा उपचुनाव के लिएक् नामांकन दाखिल किया.रवनीत सिंह बिट्टू करीब 12बजे मुख्यमत्री भजन लाल शर्मा ,बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़,संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल के साथ विधानसभा पहुंचे थे.इस दौरान राहु काल चल रहा था. बिट्टू डेढ़ घंटे तक विधानसभा में ही रुके रहे इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की अगुवाई में बीजेपी विधायक दल और अन्य नेताओं की बैठक में भी हिस्सा लिया.बीजेपी के डमी उम्मीदवार सुनील कोठारी भी इस दौरान मौजूद रहे.नामांकन शुभ मुहूर्त पर दाखिल किया गया.नामांकन दाखिले के बाद बिट्टू ने मीडिया से कहा कि राजस्थान की बीजेपी का आभार मुझे राजस्थान से जो सम्मान मिला उसका कर्ज मेरे ऊपर है जो राजस्थानी पगड़ी मुझे पहनाई है उसे दाग नहीं लगने दूंगा.

सवाल ये खड़े हो रहे राजस्थान बीजेपी के तीन पूर्व अध्यक्ष सतीश पूनिया,अरुण चतुर्वेदी,अशोक परनामी टिकट के दावेदार है.पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ भी टिकट की रेस में थे.गंभीर नामों में ज्योति मिर्धा का नाम भी लिया जा रहा.इसके बावजूद पंजाब से सांसद रह चुके और मौजूदा केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू को टिकट दिया गया.खास बात ये थी कि बिट्टू पहले कांग्रेस में थे इसके बाद बीता लोकसभा चुनाव बीजेपी के टिकट पर लड़ा और हार गए इसके बावजूद पीएम नरेंद्र मोदी ने पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह के पोते रवनीत सिंह बिट्टू को राजस्थान से safe सीट पर राज्य सभा का उम्मीदवार बना दिया.बीजेपी एहतियात के तौर पर पार्टी के प्रमुख नेता सुनील कोठारी को डमी उम्मीदवार के तौर पर उतारा. सुनील कोठारी ने कहा कि पार्टी ने उनको जो मौका दिया उसके लिए आभार.

रवनीत सिंह बिट्टू को उम्मीदवार बनाने के पीछे का मकसद बीजेपी को पंजाब में मजबूत करना.इसलिए कांग्रेस के कद्दावर फेस रवनीत सिंह बिट्टू को बीजेपी में लाया गया था.रवनीत सिंह बिट्टू उस परिवार से आते है जिस परिवार ने आतंकवाद का दंश झेला, बिट्टू के दादा चौधरी बेअंत सिंह शहीद हो गए थे. बेअंत सिंह ने पंजाब के सीएम रहते हुए आतंकवाद के खात्मे के लिए काम किया था.रवनीत सिंह बिट्टू के कारण राजस्थान के सिक्ख बहुल इलाके में लाभ हो सकता है.