नई दिल्लीः खाने-पीने की कीमतों में कमी होने से लगातर तीसरे महीने खुदरा महंगाई में गिरावट आई है और यह चार महीने के निचले स्तर 4.87 प्रतिशत पर पहुंच गई है. सरकार की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति जुलाई में 5.02 प्रतिशत पर थी. इससे पहले अगस्त महीने में 6.83 फीसदी और जुलाई में खुदरा महंगाई दर 15 महीने के हाई 7.44 फीसदी पर जा पहुंची थी. बीते साल अक्टूबर 2022 में खुदरा महंगाई दर 6.77 फीसदी रही थी.
सांख्यिकी मंत्रालय ने खुदरा महंगाई दर का डेटा जारी किया है. इस डेटा के मुताबिक खाद्य महंगाई दर में भी मामूली गिरावट आई है. अक्टूबर महीने में खाद्य महंगाई दर 6.61 फीसदी रही है जो सितंबर में 6.62 फीसदी रही थी. जबकि अक्टूबर 2022 के दौरान खाद्य महंगाई दर 7.01 फीसदी रही थी. ग्रामीण इलाकों में खुदरा महंगाई दर 5.12 फीसदी है तो खाद्य महंगाई दर 6.71 फीसदी रही है. जबकि शहरी इलाकों में महंगाई दर अक्टूबर 2023 में 4.62 फीसदी पर आ गई है जबकि खाद्य महंगाई दर 6.35 फीसदी रही है. यानि खुदरा महंगाई दर हो या खाद्य महंगाई दर ग्रामीण इलाकों में दोनों ही ज्यादा है.
सरकार ने आरबीआई को खुदरा महंगाई दर दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रखने की जिम्मेदारी दी हुई है. केंद्रीय बैंक द्विमासिक मौद्रिक नीति पर विचार करते समय मुख्य रूप से खुदरा मुद्रास्फीति पर गौर करता है. जिससे मार्केट की सही तस्वीर की पहचान की जा सकें.