जयपुर: आखिरकार रेजिडेंट्स काम पर लौट गए हैं. हाईकोर्ट के प्रसंज्ञान के बाद प्रदेशभर के रेजिडेंट को जनहित याद आया है. हाईकोर्ट की तल्ख टिप्पणी देख पहली बार बगैर मांगे मनवाएं रेजिडेंट्स को हठताल खत्म करनी पड़ी है.
पिछले 16 दिन से वेतन भत्ते बढ़ाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर रेजिडेंट्स हठताल पर बैठे थे. इस दौरान हजारों की तादाद में मरीजों को जबरदस्त दिक्कतें झेलनी पड़ी हैं. हालत ये रहे कि सैकड़ों की संख्या में ऑपरेशन टले, अधिकांश सेवाओं की वेटिंग बढ़ी.
हालांकि, हड़ताल समाप्त होने से अब जल्द ही सेवाओं के पटरी पर आने की उम्मीद है. लेकिन इस हठताल ने सभी पक्ष को अब तक के सबसे कटु अनुभव दिए हैं. गुरु-शिष्य की मर्यादा तार-तार हुई, तनाव के चलते प्राचार्य को हार्टअटैक झेलना पड़ा.
ऐसे में अब खुद रेजिडेंट्स के एक तबके ने कहा कुछ नेताओं ने अपनी चलाई. जिसके चलते रेजिडेंट्स का वाजिब मांगों का आंदोलन हठताल में तब्दील हुआ. अब सभी रेजिडेंट्स को हड़ताल की उस समयावधि को नियमित करने की चिंता सता रही है जिस समयावधि में मरीजों का दर्द भूलकर रेजिडेंट्स कार्य बहिष्कार पर बैठे थे.
#Jaipur: आखिरकार काम पर लौटे रेजिडेंट्स !
— First India News (@1stIndiaNews) October 24, 2024
हाईकोर्ट के प्रसंज्ञान के बाद प्रदेशभर के रेजिडेंट को याद आया जनहित, हाईकोर्ट की तल्ख टिप्पणी देख पहली बार...#RajasthanWithFirstIndia @ml_vikas pic.twitter.com/fPt9EuhL7m