VIDEO : देश में लागू हो "राइट टू सोश्यल सिक्योरिटी", CM अशोक गहलोत ने मोदी सरकार से उठाई बड़ी मांग, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देश में "राइट टू सोश्यल सिक्योरिटी" की बात उठाई है. एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्लेटिनम जुबली सेलिब्रेशन में गहलोत ने कहा कि देश में जिस तरह के हालात है, उससे सभी को सोश्यल सिक्योरिटी की जरूरत महसूस हो रही है. इसी सोच को देखते हुए हम राइट टू हेल्थ बिल लेकर आ रहे है. केन्द्र को चाहिए कि वो खाद्य सुरक्षा कानून की तर्ज पर सदन में "राइट टू सोश्यल सिक्योरिटी" बिल लाए ताकि जरूरतमंद लोगों को सामाजिक सुरक्षा का अधिकार मिल सके.

एसएमएस मेडिकल कॉलेज के एकेडमिक ब्लॉक सभागार में आयोजित समारोह में सीएम गहलोत ने राइट टू हेल्थ की मंशा को लेकर भी खुलकर बात की उन्होंने कहा कि हम जल्द ही राइट टू हेल्थ बिल ला रहे हैं. कुछ प्राइवेट हॉस्पिटल विरोध कर रहे हैं उन्हें समझना चाहिए. यह प्रोफेशन बिजनेस नहीं है, सेवा है. हमने समझाने का प्रयास किया है क्योंकि उनका कर्तव्य है. इस मौके पर गहलोत ने कहा कि सभी को एसएमएस पर गर्व है, क्योंकि इस संस्थान ने काम ही ऐसा किया है. यह संस्थान इतिहास बना चुका है. 75 साल का सफर पूरा करते हुए यहां तक पहुंचे हैं. सीएम गहलोत ने एकबार फिर कोविड मैनेजमेंट को लेकर चिकित्सकों की सराहना की'.

राइट टू हेल्थ बनेगा देशभर में नजीर
एसएमएस मेडिकल कॉलेज का प्लेटिनम जुबली सेलिब्रेशन
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री गहलोत ने खुले दिल से कहा
कहा-'चिरंजीवी योजना देश में मील का पत्थर साबित होगी'
'हम राइट टू हेल्थ बिल भी लेकर आ रहे'
'हालांकि कुछ निजी चिकित्सक का विरोध कर रहे'
'उन्हें आप लोगों को समझाना चाहिए'
'क्योंकि यह प्रोफेशन धंधा नहीं है, नोबल प्रोफेशन है'
'मुझे उम्मीद है कि जल्द ही विरोध करने वाले चिकित्सक भी समझ जाएंगे'

चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि एसएमएस की जितनी प्रशंसा की जाए उतना कम है. सरकार के विजन की बदौलत अब सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज है. मेडिकल क्षेत्र में पिछले चार साल में काम हुआ, उतना देश के किसी राज्य में नहीं हुआ. अब तो राजस्थान से बाहर भी चिरंजीवी योजना से निशुल्क इलाज हो रहा है. इस दौरान एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. राजीव बगरहट्टा ने कहा कि दो कमरे और यादगार स्थित हॉस्टल से शुरू हुआ ये मेडिकल कॉलेज आज अलग मुकाम पा चुका है. उस ध्येय को प्राप्त करेंगे जो हमारे सीनियर्स ने देखा था. 75 साल में कई नए विभाग भी जुड़े हैं. हमारे अल्युमिनाई के सहयोग से इंफ्रास्ट्रक्चर पर 7.50 करोड़ का काम करा रहे. विदेशी संस्थानों से भी स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम शुरू हो रहे हैं. आरयूएचएस कुलपति डॉ. सुधीर भंडारी ने कहा कि यहां के अल्युमिनाई देश विदेश के प्रमुख पदों पर सेवाएं दे रहे हैं. मुख्यमंत्री का आभार करता हूं कि उन्होंने इंस्टीट्यूट को ऐसी सौगात दी जिससे स्किल और बेहतर हो रही है.

कार्यक्रम में डाक विभाग की तरफ से जारी एसएमएस प्लेटिनम जुबली के डाक टिकट व स्मारिका का अनावरण किया गया वहीं एक डॉक्यूमेंट्री में एसएमएस के 75 साल का सफर दिखाया गया. कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा सचिव टी रविकांत, आयोजन सचिव डॉ. अशोक गुप्ता और डॉ. एसएम शर्मा मौजूद रहे. इस दौरान कॉलेज के अल्युमिनाई डॉक्टर्स डॉ. शिव कुमार सरीन, डॉ. समीन शर्मा, डॉ. सुरेश शर्मा, डॉ. संजय समेत कई दिग्गज चिकित्सकों को सम्मानित भी किया गया.