सूर्यकुमार का तीन मैचों में शून्य पर आउट होना चिंता का विषय नहीं- Rohit Sharma

चेन्नई: टी20 प्रारूप के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक माने जाने वाले सूर्यकुमार यादव ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार तीन मैचों में पहली गेंद पर आउट हो गए लेकिन कप्तान रोहित शर्मा ने संकेत दिए कि टीम प्रबंधन एकदिवसीय श्रृंखला में उनकी असफलता पर बहुत अधिक गौर नहीं कर रहा है.

सूर्यकुमार को पहले दो वनडे में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क ने पगबाधा आउट किया. उन्हें बुधवार को खेले गए तीसरे और निर्णायक मैच के लिए अंतिम एकादश में जगह दी गई लेकिन इस बार वह बाएं हाथ के स्पिनर एश्टन एगर की गेंद पर आउट हो गए. रोहित ने तीसरे मैच में भारत की 21 रन से हार के बाद कहा कि उसने (सूर्यकुमार) श्रृंखला में केवल तीन गेंदें खेली. मैं नहीं जानता कि आप इसको कितनी गंभीरता से ले रहे हो. उसने तीन अच्छी गेंदों का सामना किया.  उन्होंने कहा कि (बुधवार को) मुझे नहीं लगता कि वह बहुत अच्छी गेंद थी. उसने गलत शॉट का चयन किया था. उसे उस गेंद को आगे बढ़कर खेलना चाहिए था. वह इस बारे में बेहतर जानता है.

स्पिन को बहुत अच्छी तरह से खेलता है:
रोहित ने कहा कि सूर्यकुमार को पहले पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरना था लेकिन टीम प्रबंधन ने आखरी 15-20 ओवरों में ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण का सामना करने के लिए उन्हें बाद में उतारने का फैसला किया. सूर्यकुमार सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे थे. रोहित ने कहा कि वह स्पिन को बहुत अच्छी तरह से खेलता है और इसलिए हमने उसे शुरू में नहीं उतारा ताकि वह अंतिम 15 से 20 ओवरों में अपना जलवा दिखा सके लेकिन दुर्भाग्य से उसने श्रृंखला में केवल तीन गेंद खेली. ऐसा किसी के साथ भी हो सकता है.

लेग स्पिनर और बाएं हाथ के स्पिनर को लगा रखा था:
अक्षर पटेल को सूर्यकुमार से ऊपर पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया. इस बारे में रोहित ने कहा कि जब राहुल और कोहली बल्लेबाजी कर रहे थे तो आस्ट्रेलिया ने एक लेग स्पिनर और बाएं हाथ के स्पिनर को लगा रखा था. सूर्या को असल में पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरना था लेकिन हमें लगा कि गेंद कुछ टर्न ले रही है और हम नहीं चाहते थे कि हमारे दाएं हाथ के बल्लेबाज को उस पर परेशानी हो और इसलिए हमने बाएं हाथ के बल्लेबाज अक्षर को बल्लेबाजी के लिए भेजा. अक्षर को हालांकि पांचवें नंबर पर भेजने का दांव नहीं चला और वह केवल दो रन बनाकर रन आउट हो गए.

इस पर तीन स्पिनरों के साथ खेलना सही होगा: 
रोहित ने इसके साथ ही अंतिम एकादश ने तीन स्पिनरों को रखने के टीम प्रबंधन के फैसले का भी बचाव किया और कहा कि अक्षर की मौजूदगी से बल्लेबाजी को मजबूती मिलती. उन्होंने कहा कि हमने अपनी बल्लेबाजी को निचले क्रम में मजबूती देने पर बात की थी और इसलिए हम तीन स्पिनरों के साथ खेले. विकेट को देखते हुए मेरा मानना था कि इस पर तीन स्पिनरों के साथ खेलना सही होगा. रोहित ने इसके साथ ही कहा कि वह परिस्थितियों से अनजान नहीं थे और यह उनसे सामंजस्य बिठाने से जुड़ा है.

हमने इस श्रृंखला तक लगातार क्रिकेट खेली: 
उन्होंने कहा कि नौ मैच यह विश्लेषण करने के लिए पर्याप्त है कि हमने क्या गलत और क्या अच्छा किया. हमने इस श्रृंखला तक लगातार क्रिकेट खेली है. इसलिए पिछले दो मैचों से हम यह समझ सकते हैं कि एक मजबूत प्रतिद्वंदी के खिलाफ एक टीम के रूप में हमें क्या करने की जरूरत है. निश्चित तौर पर गौर करने के लिए काफी सारी चीजें हैं. भारतीय कप्तान ने कहा कि जो पिच थोड़ा टर्न लेती हैं उनमें रन बनाने के लिए उनको समझना और उनसे सामंजस्य बिठाना महत्वपूर्ण होता है. जाहिर है कि पिच किसी भी तरह की हो आखिर में आपको रन बनाने होते हैं. सोर्स-भाषा