अलवर: आज सरिस्का से एक बेहतरीन खबर सामने आई है. सघन मॉनिटरिंग, ग्रास लैंड का विकास और बाघ संरक्षण की दिशा में किए जा रहे जोरदार कार्यों का नतीजा है कि सरिस्का में लगातार बाघों का कुनबा बढ़ता जा रहा है. सरिस्का में आज बाघिन एसटी 19 अपने दो शावकों के साथ कैमरा ट्रैप में नजर आई. इसके साथ ही सरिस्का में बाघों का कुनबा बढ़कर 30 हो गया है.
वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी ने खबर सुनने के बाद खुशी जताई और वन विभाग के आला अधिकारी खासकर एसीएस शिखर अग्रवाल, पीसीसीएफ हॉफ मुनीश गर्ग, मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर और टीम सरिस्का के तमाम अधिकारियों को लेकर ट्रेकर तक को बधाई दी है.
दरअसल, सरिस्का बाघ परियोजना के अलवर बफर रेंज के बारालिवारी वन क्षेत्र में मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक आरएन मीणा के कार्यालय वाले बफर वन क्षेत्र में पिछले वर्ष 5 जनवरी को बाघिन एसटी-19 की दो बाघ शावकों के साथ पहली बार नजर आई थी. अब करीब डेढ़ वर्ष बाद एक बार फिर एसटी 19 ने दो शावकों को जन्म दिया है जिनकी आज कैमरा ट्रेप में फोटो आई है.
इन दोनों बाघ शावकों की उम्र लगभग दो माह:
इन दोनों बाघ शावकों की उम्र लगभग दो माह है. माह अप्रेल-मई से ही बाघिन एसटी-19 की विशेष मोनिटरिंग एवं ट्रेकिंग की जा रही है. इस क्षेत्र में सतत् मोनिटरिंग के लिए और कैमरा ट्रेप पूर्व में ही लगा दिये गये थे और अब डीएफओ देवेंद्र सिंह जगावत ने इस क्षेत्र में और अधिक निगरानी एवं सावचेती के लिए वन अधिकारियों, कर्मचारियों को विशेष निर्देश प्रदान किये गये हैं.