जयपुरः दान के ब्लड की तस्करी से जुड़े गंभीर प्रकरण में चर्चाओं में आए सवाईमाधोपुर के महादेवी बल्ड बैंक को एकबार फिर बड़ा झटका लगा है. चिकित्सा विभाग ने महादेवी बल्ड बैंक के प्रकरण को काफी गंभीर तरह की अनियमिता में माना है. जिसके चलते उसके लाइसेंस को निरस्त के खिलाफ की गई अपील को सिरे से खारिज कर दिया है..
दरअसल, पिछली जनवरी में जोबनेर में 255 यूनिट ब्लड पकड़े जाने के मामले में कई तरह के गंभीर चौकाने वाले खुलासे हुए. घटनाक्रम को लेकर ड्रग आयुक्तालय की टीम ने जांच की तो सामने आया कि मकराना ब्लड सेन्टर से यह ब्लड सवाई माधोपुर के महादेवी ब्लड सेन्टर के लिए भेजा गया था. जिसमें ट्रांसपोटेशन से लेकर ब्लड स्टोरेज में कई तरह की खामियां बरती गई. इसके अलावा ये भी सामने आया कि ffP बनाने के चक्कर में ब्लड सेन्टर ने रक्तदाताओं से निर्धारित मात्रा से 100 एमएल अतिरिक्त ब्लड निकाला. इस दौरान सवाई माधोपुर के महादेवी ब्लड सेंटर जांच की गई तो वहां UTB चिकित्सक डॉ तपेन्द्र कुमार कार्य करता हुआ मिला. इसके अलावा कई तरह की अन्य गंभीर अनियमिताओं पर ड्रग आयुक्तालय ने सख्त एक्शन लेते हुए मकराना ब्लड सेन्टर और महादेवी ब्लड बैंक के लाइसेंस को निरस्त किया था. इस पूरे प्रकरण में आयुक्तालय के एक्शन के खिलाफ महादेवी ब्लड बैंक की तरफ से राज्य सरकार में अपील की गई, जहां से भी कार्रवाई को सही माना गया है.
UTB चिकित्सक डॉ तपेन्द्र कुमार पर जल्द गिरेगी कार्रवाई की गाज
महादेवी बल्ड बैंक का लाइसेंस निरस्त करने का आदेश रखा गया यथावत
राज्य सरकार के इस फैसले के बाद डॉ तपेन्द्र कुमार की भी बढ़ती दिख रही मुश्किलें
दरअसल, सवाई माधोपुर में महादेवी ब्लड सेंटर पर काम करता मिला था डॉ तपेन्द्र कुमार
जबकि डॉ तपेन्द्र कुमार लगा हुआ है चिकित्सा विभाग में "अर्जेंट टेपरेरी बेसिस"
ऐसे में ड्रग आयुक्तालय की तरफ से आरएमसी को लिखा गया कार्रवाई के लिए पत्र
सूत्रों के मुताबिक आरएमसी की आगामी बैठक में रखा जाएगा ये प्रस्ताव
जिसमें डॉ तपेन्द्र कुमार का रजिस्ट्रेशन निरस्त करने जैसे हो सकती कार्रवाई