मानसून में अतिवृष्टि से लोगों को बचाने के लिए SDRF तैयार, हर वर्ष मानसून के दौरान बनी रहती है बाढ़ की आशंका

मानसून में अतिवृष्टि से लोगों को बचाने के लिए SDRF तैयार, हर वर्ष मानसून के दौरान बनी रहती है बाढ़ की आशंका

जयपुर : मानसून में अतिवृष्टि से लोगों को बचाने के लिए SDRF तैयार है. राज्य आपदा प्रतिसाद बल (SDRF) के कमांडेंट राजेन्द्र सिंह सिसोदिया ने बताया कि राजस्थान में हर वर्ष मानसून के दौरान बाढ़ की आशंका बनी रहती है. SDRF ने वर्ष 2018 से 2024 के बीच कुल 424 रेस्क्यू ऑपरेशन संचालित करते हुए 12,995 लोगों की जान बचाई है.

SDRF के बचाव कार्यों ने न सिर्फ संकटग्रस्त लोगों की ज़िंदगियां बचाई है बल्कि आमजन के मन में सुरक्षा की भावना भी मजबूत की है. कोटा में 146 ऑपरेशनों में 6,218 लोग बचाए गए है. भीलवाड़ा में 65 ऑपरेशनों में 643 लोग, अजमेर में 50 ऑपरेशनों में 406 लोग और बीकानेर में 43 ऑपरेशनों में 612 लोग बचाए गए हैं.

बता दें कि राजस्थान में इन दिनों मानसून की 'कृपा' जारी है. मंगलवार को बांसवाड़ा के सल्लोपाट में सर्वाधिक 120 मिमी बारिश दर्ज की गई. जयपुर में 77.8 और जमवारामगढ़ में 70 मिमी बारिश रिकॉर्ड दर्ज हुई. राज्य में मंगलवार को मध्यम से भारी बारिश दर्ज का गई. 

वहीं उत्तर प्रदेश के ऊपर परिसंचरण तंत्र बना हुआ है. इसके असर से पूर्वी राजस्थान के अधिकांश हिस्से तरबतर हो रहे है. राज्य के पूर्वी भागों में एक हफ्ते तक बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी. हालांकि पश्चिमी राजस्थान में बारिश नहीं होने से गर्मी पड़ रही है. आगामी 2 से 3 तीन में मानसून पश्चिमी राजस्थान पहुंच सकता है.