वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग वोटर्स ने होम वोटिंग की सुविधा में लिया बढ़-चढ़कर भाग, 99% से ज्यादा वोटर्स ने की वोटिंग

वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग वोटर्स ने होम वोटिंग की सुविधा में लिया बढ़-चढ़कर भाग, 99% से ज्यादा वोटर्स ने की वोटिंग

जयपुर: राजस्थान में पहली बार 80 वर्ष से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों और 40 फ़ीसदी से ज्यादा दिव्यांग वोटर्स को होम वोटिंग की सुविधा जो लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिला. इस श्रेणी के मतदाता ने 99% से ज्यादा वोटिंग की. वहीं चुनाव ड्यूटी में लगे सरकारी कर्मियों और पुलिसकर्मियों ने फैसिलिटेशन सेंटर में जाकर 3 लाख 1 हजार से ज्यादा वोटर्स ने वोटिंग की. 

होम वोटिंग के दो चरण हुए थे. दोनों चरणों में मिला कर कुल  61021 बुजुर्ग और दिव्यांगजनों ने होम वोटिंग की.

होम वोटिंग के लिए आवेदन करने वाले करीब 99.03 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान कर चुनाव आयोग की इस मुहिम को सफल बनाया. 

मंगलवार को दूसरे चरण में कुल 38 बुजुर्गों  और 8 दिव्यांग जनों ने होम वोटिंग की.

पहली बार प्रदेश में 80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ मतदाता तथा 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग मतदाताओं को घर से ही मतदान करने की सुविधा का विकल्प दिया गया था. 

पात्र 62,528 मतदाताओं ने विकल्प के तौर पर होम वोटिंग सुविधा के लिए आवेदन किया था.

इनमें से कुल जीवित 61621 मतदाताओं में से 61021 ने मतदान कर इस मुहिम को सफल बनाया है. 

विशेष मतदान दलों ने ऐसे मतदाताओं के घर जाकर पूरी गोपनीयता के साथ डाक मतपत्र के माध्यम से उनका मतदान करवाया.

होम वोटिंग के पहले चरण के दौरान जो मतदाता घर पर अनुपस्थित थे, उनके लिए 20 और 21 नवम्बर को विशेष मतदान दल ने दूसरी बार विजिट कर मतदान करवाया. 

आवश्यक सेवाओं से जुड़े वोटर्स ने की वोटिंग

कुल 4088 मतदाताओं ने पोस्टल वोटिंग सेंटर में मतदान किया है. 

डाक मतपत्र से मतदान करने के लिए स्थापित किये गए पोस्ट्ल वोटिंग सेंटर्स पर 19 से 21 नवंबर तक मतदान किया गया. 

आवश्यक सेवाओं के लिए निर्वाचन आयोग से जारी आदेशों के मुताबिक मेडिकल सेक्टर में डॉक्टर, पैरा मेडिकल स्टाफ, एम्बुलेंस कर्मचारी, ऊर्जा विभाग में इलेक्ट्रिशियन, लाइन मैन, पीएचईडी में पम्प ऑपरेटर, टर्नर, राजस्थान की दुग्ध समितियों में काम करने वाले कर्मचारी, रोडवेज में ड्राइवर-कंडक्टर और निर्वाचन आयोग से अधिकृत मीडिया कर्मचारियों को पोस्टल बैलेट के जरिए वोटिंग की सुविधा दी गई थी. 

चुनाव ड्यूटी में लगे कार्मिकों, पुलिस अधिकारियों आदि द्वारा सभी जिलों में बने फेसिलिटेशन सेंटर्स पर अब तक 3,01,875 मत डाले गए हैं. 

मंगलवार को कुल 30,239 मतदान कार्मिकों ने की वोटिंग.

सभी विधानसभा क्षेत्रों और अन्य जिलों में चुनाव कार्य में नियुक्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए डाक मतपत्र से मतदान करने के लिए फेसिलिटेशन सेंटर स्थापित किये गए हैं.

इन केंद्रों पर 24 नवंबर तक विभिन्न दिवसों पर मतदान किया जा सकेगा.

इन सुविधा केन्द्रों के अतिरिक्त हर रिटर्निंग अधिकारी खुद के कार्यालय में एक सुविधा केन्द्र 22 से 24 नवंबर तक स्थापित करना सुनिश्चित करेंगे.