जयपुरः राजधानी जयपुर में वर्चस्व की लड़ाई के चलते एक बार फिर राजपूत समाज के दो वर्ग आमने सामने हो गए है. जयपुर में शुक्रवार रात करीब 8:30 बजे राष्ट्रीय करणी सेना के अध्यक्ष शिव सिंह शेखावत और श्री राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना के बीच मारपीट और फायरिंग हो गई. इसमें मकराना जख्मी हुए हैं. उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है.
1...श्री राष्ट्रीय करणी सेना के अध्यक्ष शिव सिंह शेखावत के कार्यालय में फायरिंग
2..शिव सिंह शेखावत और महिपाल सिंह मकराना हुए आमने सामने
3..किसकी बंदूक से चली गोली, नही चल पाया पता
4...घटना में महिपाल सिंह मकराना के सिर में लगी चोट
5..शिव सिंह लगा रहे महिपाल मकराना पर फायरिंग का आरोप
6..मकराना ने शिव सिंह पर साधा निशाना,कहा धोखे से बुलाया मुझे अपने कार्यलय में
7..दोनो तरफ से दर्ज करवाई गई FIR
शहर के चित्रकूट थाना इलाके में स्थित श्री राष्ट्रीय करणी सेना के कार्यालय में हिनिस घटना के बाद अब दोनो तरफ से आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. घटना के बाद शिव सिंह शेखावत ने कहा है कि महिपाल सिंह मकराना चार लोगों के साथ चित्रकूट इलाके में स्थित मेरे कार्यालय में आया और फायरिंग कर दी. इस पर सिक्योरिटी गार्ड और अन्य लोगों ने उसे पकड़ा. उसके साथ मारपीट की.वहीं, महिपाल सिंह मकराना की पत्नी वर्षा ने शिव सिंह और उनके साथियों पर फायर करने के आरोप लगाए हैं. इस घटना के कुछ वीडियो भी सामने आए हैं. इनमें दोनों पक्ष मारपीट करते दिख रहे हैं. इस घटना के बाद दोनो पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है. वही पुलिस ने इस मामले में त्वरित एक्शन लेते हुए शिव सिंह के 6 और महिपाल सिंह मकराना के 2 समर्थकों को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है. डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बताया कि दोनों के पास गनमैन हैं. गनमैन से भी घटना को लेकर पूछताछ की जाएगी. राष्ट्रीय करणी सेना के कार्यालय से लिए गए CCTV फुटेज की भी जांच की जा रही है.
दिसम्बर 2023 में राष्ट्रीय करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या कर दी गई थी. इसके बाद से शिव सिंह शेखावत और महिपाल सिंह मकराना के बीच राजपूत समाज में वर्चस्व को लेकर विवाद चल रहा है. शुक्रवार रात को हुई घटना को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है. दोनों ही गुट लंबे समय से एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी भी करते आए हैं.साल 2017 में जब श्री राजपूत करणी सेना के लोकेंद्र सिंह कालवी पद्मावत मूवी को लेकर देशभर में प्रदर्शन् कर रहे थे, उस दौरान भी करणी सेना के कई गुट थे. इनमें कालवी की श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना, अजीत सिंह की श्री राजपूत करणी सेवा समिति और सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना थी. लेकिन बाद में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने राष्ट्रीय करणी सेना में समाज के सभी मंचो ओर प्रतिनिधियो को मिला लिया.