सिद्धारमैया और शिवकुमार ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को आमंत्रित किया, मंत्रिमंडल गठन पर भी चर्चा की

नई दिल्ली: कर्नाटक के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री बनने जा रहे सिद्धारमैया एवं डी.के. शिवकुमार ने शुक्रवार को कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर उन्हें शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया.उन्होंने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के साथ मंत्रिमंडल के गठन के संदर्भ में भी चर्चा की.सिद्धारमैया 20 मई को कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उनके साथ डी.के. शिवकुमार भी शपथ लेंगे जो इस सरकार में उप मुख्यमंत्री होंगे.

दोनों नेताओं ने कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रभारी रणदीप सुरजेवाला के साथ गहन मंथन किया.सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल में सभी क्षेत्रों और वर्गों का ध्यान रखा जाएगा. सिद्धारमैया कुरुबा और शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं.सिद्धारमैया और शिवकुमार ने 10 जनपथ पहुंचकर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की. उन्होंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित किया.

दिन में दिल्ली पहुंचने के बाद कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शिवकुमार ने संवाददाताओं से कहा था, हम अपने नेताओं को आमंत्रित करने के लिए यहां आए हैं. हम गांधी परिवार और मल्लिकार्जुन खरगे को व्यक्तिगत तौर पर आंत्रित करेंगे.उन्होंने यह भी कहा था कि कैबिनेट के गठन को लेकर भी चर्चा करनी है.शिवकुमार का कहना है कि सरकार बनने के साथ ही पांचों गारंटी पर काम आरंभ हो जाएगा.

गौरतलब है कि कांग्रेस विधायक दल की बृहस्पतिवार को हुई बैठक में सिद्धारमैया को औपचारिक रूप से नेता चुन लिया गया जिसके बाद उन्होंने राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया.
सिद्धारमैया और शिवकुमार शनिवार को बेंगलुरू के कांतीरवा स्टेडियम में दोपहर साढ़े बारह बजे कुछ मंत्रियों के साथ शपथ लेंगे.सिद्धारमैया के सामने पहली चुनौती सही संतुलन के साथ मंत्रिमंडल के गठन की होगी जिसमें सभी समुदायों, धर्म, वर्गों और पुरानी तथा नयी पीढ़ियों के विधायकों का प्रतिनिधित्व हो. कर्नाटक मंत्रिमंडल में मंत्रियों की स्वीकृत संख्या 34 है और अनेक विधायक मंत्री पद की आकांक्षा रखते हैं. कर्नाटक में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनाव में कांग्रेस ने 135 सीटें अपने नाम कीं, जबकि भाजपा और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा नीत जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमश: 66 और 19 सीट जीतीं. सोर्स भाषा