जयपुरः प्रदेश का सबसे बड़ा एसएमएस अस्पताल जल्द ही "लाइव लीवर ट्रांसप्लांट" के जरिए जीवनदायनी मुहिम को गति देगा.अस्पताल में अब तक कैडेवर श्रेणी में 12 लीवर ट्रांसप्लांट हो चुके है, जिससे उत्साहित अस्पताल प्रशासन ने अब लाइव लीवर ट्रांसप्लांट की प्लानिंग शुरू कर दी है. अस्पताल में तीसरे डेडिकेटेड कैडेवर लिवर ट्रांसप्लांट के मरीज की सकुशल घर वापसी के मौके पर एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ दीपक माहेश्वरी ने यह घोषणा की.
करीब पन्द्रह दिन पहले एसएमएस अस्पताल में ब्रेनडेड हुई महिला के परिजनों की "सहमति" एक परिवार के लिए किस तरह नई जिन्दगी लेकर आई, उसकी तस्वीर आज देखने को मिली. मौका था हाल ही में किए गए कैडेबर लीवर ट्रांसप्लांट के मरीज की सकुशल घर वापसी का. दरअसल, पिछले लम्बे समय से लीवर फेलियर की स्थिति से जूझ रहे 37 वर्षीय मरीज को ब्रेनडेड महिला का लीवर ट्रांसप्लांट किया गया. मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दीपक माहेश्वरी, सुपरिटेंडेंट डॉ. सुशील भाटी, कॉर्डिनेटर डॉ मनीष अग्रवाल के निर्देशन में एचपीबी सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ. दिनेश भारती की टीम ने यह सफल सर्जरी की. अस्पताल में पोस्टकेयर ट्रीटमेंट के बाद आज मरीज को अस्पताल से सकुशल डिस्चार्ज किया गया. इस मौके पर प्रिंसिपल डॉ माहेश्वरी ने पूरी टीम को बधाई दी. साथ ही कहा कि कैडेबर ट्रांसप्लांट की सफलता से चिकित्सकों में काफी उत्साह है. अब हम जल्द ही लाइव लीवर ट्रांसप्लांट भी शुरू करेंगे. इस प्लानिंग के तहत किडनी की तर्ज पर जरूरतमंद मरीज को उसके परिजन लीवर का कुछ हिस्सा डोनेट कर सकेंगे.
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एसएमएस में 37 वर्षीय मरीज का सफल कैडेबर लीवर ट्रांसप्लांट
एचपीबी विभाग के डॉ आशुतोष पंचोली,एनेस्थेसिया विभाग से डॉ. पूनम कालरा,
डॉ. त्रिशा जैन,डॉ. ममता शर्मा, सीटीवीएस डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. संजीव देवगढा,
सर्जरी एचओडी डॉ प्रभा ओम,इंटरवेंशन रेडियोलोजी से डॉ मीनू बगरहट्टा,डॉ नरेश मंगलहारा
डॉ शुभम् और ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर डॉ. लीलम सिंह समेत अन्य सदस्यों ने दिया अहम सहयोग
एचपीबी. सर्जरी विभाग के विभागध्यक्ष डॉ. दिनेश भारती सर्जरी के बाद मरीज पूर्णरूप से स्वस्थ हैं
सभी तरह की जांचे सामान्य आने पर मरीज को अस्पताल से भेजा जा रहा है घर
इस मौके पर मरीज व उसके परिजनों ने भी अस्पताल की पूरी टीम का आभार जताया