जयपुर: राजस्थान खेल परिषद का अजीबो-गरीब फरमान सामने आया है. खेल सीखने के पैसे लगेंगे, पदक जीतने पर मिलेंगे. दरअसल सरकार ने करोड़ों खर्च करके तैराकों के लिए पूल बनाया. लेकिन खेल परिषद ने प्राइवेट एजेंसी के लिए कमाई का अड्डा बना दिया.
एजेंसी द्वारा तैराकी सीखने वालों से मोटी रकम वसूली जा रही है. यानि खिलाड़ी बनने के लिए पहले पैसे चुकाने होंगे. वहीं पदक जीतने पर सरकार पुरस्कार राशि देती है. खुद पूल चलाने में असफल होने पर ठेकेदार को करोड़ों का पूल सौंपा है.