VIDEO: केजरीवाल के भेजे संदेश को सुनीता केजरीवाल ने पढ़ा, कहा आपका भाई, आपका बेटा लोहे का बना हुआ है, अपना हर वादा किया पूरा

नई दिल्ली: दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी ने शनिवार को प्रेसवार्ता की. सुनीता केजरीवाल ने प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि केजरीवाल लोहे की तरह मजबूत हैं. जिंदगी का एक-एक पल देश के लिए है. आपका भाई,आपका बेटा लोहे का बना हुआ है. केजरीवाल ने अपना हर वादा पूरा किया. लोगों की दुआएं केजरीवाल के साथ है. समाज सेवा का काम नहीं रूकना चाहिए. केजरीवाल के भेजे संदेश को सुनीता केजरीवाल ने पढ़ा.  

मैं जल्द बाहर आऊंगा:

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने एक वीडियो स्टेटमेंट जारी करते हुए कहा कि आपके बेटे और आपके भाई अरविंद केजरीवाल ने जेल से आपके लिए एक संदेश भेजा है. उन्होंने कहा है, मेरे प्यारे देशवासियों मुझे(अरविंद केजरीवाल) कल गिरफ़्तार कर लिया गया, मैं अंदर रूहूं या बाहर हर पल देश की सेवा करता रहूंगा. मेरी जिंदगी का हर पल देश के लिए समर्पित है. मेरा जीवन संघर्ष का रहा है इसलिए यह गिरफ्तारी मुझे अचंभित नहीं करती. भारत को हमें दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश बनाना है. भारत के अंदर और बाहर कई शक्तियां हैं जो भारत को कंमज़ोर कर रही हैं.हमें इन शक्तियों को हराना है. मैं जल्द बाहर आऊंगा और अपना वादा पूरा करूंगा.

केजरीवाल को 6 दिन की रिमांड:

आपको बता दें कि शुक्रवार को कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 6 दिन की रिमांड भेजा था. अब ईडी केजरीवाल से आज से पूछताछ करेगी. ED की टीम ने लंबी पूछताछ के बाद गुरुवार रात्रि को केजरीवाल को शराब घोटाले प्रकरण से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार कर किया था. शराब घोटाले में गिरफ्तार होने वाले अरविंद केजरीवाल चौथे बड़े नेता हैं. उनसे पहले मनीष सिसोदिया, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह तेलंगाना के पूर्व सीएम केसीआर की बेटी के. कविता भी इसी मामले में गिरफ्तार हैं.

जानिए क्यों लाई गई नई शराब नीति
केजरीवाल सरकार ने नवंबर 2021 में दिल्ली में नई शराब नीति लागू की थी. जिसको लेकर सरकार ने दावा किया था कि इससे सरकार का राजस्व बढ़ेगा और पुरानी नीति की खामी दूर हो जाएगी. लेकिन नई शराब नीति में गड़बड़ी का आरोप शुरू से ही लगाए गए. क्योंकि नई शराब नीति के तहत दिल्ली में शराब के कारोबार को 100 प्रतिशत निजी हाथों में सौंप दिया था. जिसके एवज केजरीवाल सरकार को 100 करोड़ रुपए की रिश्वत मिली थी. लेकिन जब इस नई शराब नीति पर सवाल उठने लगे तब केजरीवाल सरकार इस नई शराब नीति को वापस ले लिया था.