जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि राज्य सरकार ने फैसला किया है कि बालिकाओं एवं महिलाओं से छेड़छाड़, दुष्कर्म के प्रयास एवं दुष्कर्म के आरोपियों एवं मनचलों को सरकारी नौकरियों से प्रतिबंधित किया जाएगा. इसके लिए मनचलों का भी पुलिस थानों में हिस्ट्रीशीटरों की तरह रिकॉर्ड रखा जाएगा एवं राज्य सरकार/ पुलिस द्वारा जारी किए जाने वाले इनके चरित्र प्रमाण पत्र पर यह अंकित किया जाएगा. ऐसे असमाजिक तत्वों का सामाजिक बहिष्कार करना आवश्यक है.
राज्य सरकार ने फैसला किया है कि बालिकाओं एवं महिलाओं से छेड़छाड़, दुष्कर्म के प्रयास एवं दुष्कर्म के आरोपियों एवं मनचलों को सरकारी नौकरियों से प्रतिबंधित किया जाएगा। इसके लिए मनचलों का भी पुलिस थानों में हिस्ट्रीशीटरों की तरह रिकॉर्ड रखा जाएगा एवं राज्य सरकार/ पुलिस द्वारा जारी…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 8, 2023
आपको बता दें कि प्रदेश में अब मनचलों की खैर नहीं हैं! मुख्यमंत्री गहलोत ने हाईलेवल मीटिंग में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए है. सीएम गहलोत ने कहा कि हमारी प्राथमिकता है महिलाओं और कमजोर वर्ग के खिलाफ अपराध रोकना है.
पुलिस अफसरों को मनचलों के खिलाफ विशेष अभियान चलाने के निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे मनचलों का रिकॉर्ड संधारित किया जाएगा. मनचलों के चरित्र प्रमाण पत्रों में छेड़छाड़ में लिप्त होने का उल्लेख किया जाएगा. आदतन मनचलों पर सरकारी नौकरी से अयोग्य घोषित करने तक की कार्रवाई होगी.