आज का इतिहास: संयुक्त राष्ट्र के घोषणापत्र को मंजूरी, 50 देशों ने किए हस्ताक्षर, जानिए क्यों दर्ज है इतिहास के पन्नों में 26 जून

आज का इतिहास: संयुक्त राष्ट्र के घोषणापत्र को मंजूरी, 50 देशों ने किए हस्ताक्षर, जानिए क्यों दर्ज है इतिहास के पन्नों में 26 जून

नयी दिल्लीः संयुक्त राष्ट्र के इतिहास में 26 जून के दिन का एक खास महत्व है. संयुक्त राष्ट्र का वैश्विक महत्व, युद्ध को टालने में उसकी भूमिका, कमजोर देशों को दी जाने वाली सहायता और शांति स्थापना में उसके योगदान से सभी वाकिफ हैं.

यह अन्तरराष्ट्रीय संगठन औपचारिक रूप से 24 अक्टूबर 1945 को वजूद में आया, लेकिन इसके घोषणापत्र को उसी वर्ष 26 जून को स्वीकार कर लिया गया था और इसपर 50 देशों के प्रतिनिधियों ने हस्ताक्षर किए थे. आने वाली पीढ़ियों को युद्ध की आग से बचाना और हर परिस्थिति में मानव अधिकारों की रक्षा करना इस संगठन के प्रारंभिक दायित्वों में शामिल था, लेकिन वक्त गुजरने के साथ साथ संगठन के कार्य और दायित्वों का विस्तार होता चला गया.

आज दुनिया के लगभग सभी देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले इस संगठन का मुख्यालय न्यूयार्क में है. देश और दुनिया के इतिहास में 26 जून की तारीख पर दर्ज कुछ अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-

1498: चीन में पहला टूथ ब्रश बनाया गया. आधुनिक टूथ ब्रश के पहले मॉडल को चीन के राजा ने पेटेंट कराया था. 

1714: स्पेन और नीदरलैंड ने व्यापार एवं शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए.

1945: सैन फ्रांसिस्को में 50 देशों ने संयुक्त राष्ट्र घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किए.

1949: बेल्जियम के संसदीय चुनाव में पहली बार महिलाओं को मतदान का अधिकार मिला.

1976 : कनाडा के टोरंटो में स्थित सीएन टॉवर को जनता के लिए खोला गया. 1,815 फुट की यह इमारत उस समय दुनिया की सबसे ऊंची इमारत थी, जिसे 2007 में दुबई की इमारत बुर्ज खलीफा ने दूसरे स्थान पर धकेल दिया.

1982 : एयर इंडिया का पहला बोईंग विमान ‘गौरीशंकर’ बम्बई में दुर्घटनाग्रस्त.

2000 : बांग्लादेश को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल की पूर्ण सदस्यता प्रदान की गई. 

2004 : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जफरूल्लाह खान जमाली ने इस्तीफा दिया.

2004 मशहूर फिल्‍म निर्माता यश जौहर क‍ा निधन. सोर्स भाषा