भोपाल: मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में दो महीने के एक चीता शावक की मंगलवार को मौत हो गई. केएनपी में पिछले दो महीनों में मरने वाले चीतों की संख्या बढ़कर चार हो गई है जिसमें अफ्रीकी देशों से यहां लाए गए तीन चीते भी शामिल हैं.
वन विभाग की विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रथम दृष्टया चीता शावक की मौत कमजोरी के कारण हुई है. विज्ञप्ति में कहा कि निगरानी दल ने पाया कि मादा चीता ज्वाला के चार शावकों में से एक शावक एक स्थान पर पड़ा हुआ है जबकि तीन अन्य शावक अपनी मां के साथ घूम रहे हैं. दल ने पशु चिकित्सकों को सूचना दी तो वे मौके पर पहुंचे और उसे आवश्यक उपचार दिया लेकिन शावक की मौत हो गयी.’’ विज्ञप्ति में बताया गया कि ऐसा लगता है कि शावक की मौत कमजोरी के कारण हुई क्योंकि वह जन्म से ही कमजोर था.
चीता ज्वाला को सितंबर 2022 में नामीबिया से श्योपुर जिले के केएनपी में लाया गया था. उसे पहले सियाया नाम से जाना जाता था और उसने इस साल मार्च के अंतिम सप्ताह में चार शावकों को जन्म दिया था. साशा और उदय नामक चीतों को अन्य चीतों के साथ अलग अलग जत्थों में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से केएनपी लाया गया था. इनकी क्रमश: 27 मार्च और 23 अप्रैल को मौत हो गयी जबकि मादा चीते दक्षा की नौ मई को मौत हुयी. सोर्स- भाषा