जयपुर: प्रदेश में विश्व पर्यावरण दिवस और गंगा दशहरा पर 5 जून से ‘वंदे गंगा' जल संरक्षण- जन अभियान की शुरुआत होगी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा रामगढ़ बांध में श्रमदान के साथ शुरुआत करेंगे. उधर, रामगढ़ बांध में कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है. आखिर क्या कुछ होगा अभियान की शुरुआत के साथ.
प्रदेश में अच्छे मानसून की कामना और मानसून के दौरान पेयजल संरक्षण के संकल्प को लेकर सरकारी स्तर पर एक बड़ा अभियान शुरू होगा. अभियान में कई विभागों की जिम्मेदारी तय की गई है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अभियान के पहले दिन तीन कार्यक्रमों में शामिल हो सकते हैं. रामगढ़ बांध के श्रमदान कार्यक्रम के अलावा, बूंदी के गोहाटा क्षेत्र में PKC-ERCP के पहले चरण के दो फेज का भूमि पूजन कर सकते हैं. साथ ही शाम को भरतपुर में महाआरती में शामिल होने का कार्यक्रम बन रहा है.
रामगढ़ में प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन और स्थानीय विधायक के स्तर पर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. बड़ी बात है कि रामगढ़ बांध के सूखने के बाद 20 साल बाद कोई मुख्यंमत्री मौके पर जाकर श्रमदान करेंगे और उस अभियान को शुरू करेंगे, जिसकी महती आवश्यकता है. अभियान की सफलता के लिए मुख्यमंत्री आला अधिकारियों की बैठक लेकर ताकीद कर चुके हैं कि जल संचय पर विशेष जोर दिया जाए. अभियान में किसान से लेकर भामाशाह तक जुड़ने चाहिए ताकि अभियान जन जन का अभियान बने.
मुख्यमंत्री रामगढ़ बांध में चल रहे जीर्णोद्धार के कार्य का निरीक्षण भी करेंगे. श्रमदान के बाद ग्रामीणों से भी बातचीत कर सकते हैं. उधर, बरसों बाद रामगढ़ बांध पर फिर से भीड़ जुटेगी और इस बार श्रमदान कर रामगढ़ बांध के पेटे को गहरा करने की शुरुआत होगी.