नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो गई. NDA की ओर से CP राधाकृष्णन उम्मीदवार हैं, जबकि इंडिया गठबंधन से B सुदर्शन रेड्डी उम्मीदवार हैं. पूर्व प्रधानमंत्री और राज्यसभा में जेडीएस सांसद एचडी देवेगौड़ा उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना वोट डालने के लिए संसद भवन पहुंचे. वह इस दौरान व्हीलचेयर पर बैठे हुए दिखाई दिए. इंडिया गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी.
सुदर्शन रेड्डी ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है, हम चुनाव जीतने जा रहे हैं. मैं केवल लोगों की अंतरात्मा की आवाज को जगाने की कोशिश कर रहा हूं. मैंने यह नहीं कहा कि क्रॉस-वोटिंग होगी. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी उप राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान किया. उनके साथ-साथ और भी भाजपा के सांसदों ने मतदान किया है.उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान शुरू हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना वोट डाल दिया है. वोट डालने के बाद वह संसद भवन से रवाना हुए.
आपको बता दें कि देश के 17वें उपराष्ट्रपति के लिए आज चुनाव हो रहे हैं. NDA गठबंधन ने सीपी राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया है. वहीं इंडिया गठबंधन ने बी सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी ने बहुत ही विचार-विमर्श के बाद राधाकृष्णन का नाम चुना है. अहम बात यह है कि इस बार दोनों ही उम्मीदवार दक्षिण भारत से हैं.
महाराष्ट्र के राज्यपाल रह चुके हैं सीपी राधाकृष्णन:
-सीपी राधाकृष्णन महाराष्ट्र के राज्यपाल रह चुके हैं.
-वे इसके साथ ही झारखंड और तेलंगाना में भी अहम जिम्मेदारी निभा चुके हैं.
-वे तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष भी कर चुके हैं.
-राधाकृष्णन 1998 और 1999 में कोयंबटूर से बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी जीते.
-वे महज 16 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे.
-उन्हें 1974 में भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी समिति का सदस्य बनने का भी मौका मिला था.
राधाकृष्णन का मुकाबला बी सुदर्शन रेड्डी से होगा:
-सुदर्शन रेड्डी तेलंगाना से हैं और हाईकोर्ट में जज रह चुके हैं.
-सुदर्शन रेड्डी आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट, गुवाहाटी हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में जज के पद पर रह चुके हैं.
-उन्होंने 2007 में सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था.
-वे गोवा के पहले लोकायुक्त रह चुके हैं, हालांकि उन्होंने सात महीनों बाद इस्तीफा भी दे दिया था.
जानिए क्या कहते हैं आंकड़े:
इस वक्त राज्यसभा में 238 और लोकसभा में 542 सांसद हैं. जीत के लिए 391 सांसदों का समर्थन जरूरी है. NDA के पास 425 सांसद हैं. इस बार चुनाव में इंडिया गठबंधन को NDA से कड़ी टक्कर मिलेगी. गौरतलब हैं कि जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति का पद खाली हो गया था. उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया था.