जयपुर: राजधानी की बड़ी चौपड़ से लेकर ट्रांसपोर्ट नगर तक किए जयपुर मेट्रो चलाने के काम काम बंद कर दिया गया है.
प्रदेश की पिछली कांग्रेस सरकार के समय जयपुर मेट्रो के रूट के विस्तार का निर्धारण किया गया था. ताकि इन विस्तारित रूटों पर जयपुर मेट्रो का संचालन किया जा सके. इसके तहत दो पैकेज वन सी और वन डी तय किए गए. पैकेज वन डी में मानसरोवर से लेकर अजमेर रोड बायपास तक मेट्रो कोरिडोर का विस्तार प्रस्तावित किया गया. जबकि पैकेज वन सी में बड़ी चौपड़ से लेकर ट्रांसपोर्ट नगर तक जयपुर मेट्रो चलाने के लिए मेट्रो कोरिडोर का विस्तार प्रस्तावित किया गया. आपको सबसे पहले इन दोनों पैकेज को लेकर देते हैं पूरी जानकारी.
-पैकेज वन सी में बड़ी चौपड़ से रामगंज चौपड़ होते हुए ट्रांसपोर्ट नगर तक मेट्रो कोरिडोर का निर्माण प्रस्तावित किया था.
-बड़ी चौपड़ से रामगंज चौपड़ और उसके आगे परकोटे की सीमा तक मेट्रो का भूमिगत कोरिडोर बनना प्रस्तावित था.
-इस भूमिगत कोरिडोर की लंबाई 2.26 किलोमीटर प्रस्तावित थी ,जबकि शेष रूट पर एलिवेटेड कोरिडोर बनना था.
-0.59 किलोमीटर की लंबाई में बनने वाला यह एलिवेटेड कोरिडोर ट्रांसपोर्ट नगर तक प्रस्तावित था.
-रामगंज चौपड़ पर भूमिगत और ट्रांसपोर्ट नगर पर एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन बनना था.
-पैकेज वन डी में दो किलोमीटर लंबे एलिवेटेड कोरिडोर का निर्माण किया जा रहा है.
-यह कोरिडोर मानसरोवर से लेकर अजमेर रोड चौराहे तक बनाया जाएगा.
-मेट्रो रूट के विस्तार की कुल लागत 1184.89 करोड़ रुपए प्रस्तावित थी.
-इसमें से पैकेज वन सी की कुल लागत 980.08 करोड़ रुपए प्रस्तावित की गई थी.
-जबकि पैकेज वन डी की कुल लागत 204.81 करोड़ रुपए है.
जयपुर मेट्रो के के पैकेज वन डी में मानसरोवर से लेकर अजमेर रोड चौराहे तक कोरिडोर निर्माण का काम मौके पर चल रहा है. लेकिन पैकेज वन सी के काम को रोक दिया गया है.
-जयपुर मेट्रो के रूट के विस्तार का निर्धारिण पिछली कांग्रेस सरकार में ही किया गया था.
-तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 21 सितंबर 2023 को पैकेज वन डी के साथ.
-पैकेज वन सी का भी शिलान्यास किया था.
-लेकिन पैकेज वन सी में बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर तक मेट्रो कोरिडोर के निर्माण को रोक दिया गया है.
-जानकार सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार ने जयपुर मेट्रो को पैकेज वन सी का काम बंद करने के लिए अनौपचारिक आदेश दिए हैं.
-इस पर जयपुर मेट्रो ने भी मौखिक तौर पर अनुबंधित फर्म को आगे काम करने के लिए कर मना कर दिया.
-पैकेज वन सी का काम अप्रेल 2027 तक पूरा किया जाना था.
-इस पैकेज में अब तक मौके पर चार से पांच करोड़ रुपए की लागत से महज पांच प्रतिशत काम हुआ है.