जयपुरः राजधानी में निर्बाध यातायात और नियोजित विकास के उद्देश्य से जल्द ही सेक्टर सड़कें आकार लेने लगेंगी. जेडीए ने एक साथ 71 सेक्टर सड़कों के निर्माण के लिए स्वीकृति जारी कर दी है. क्या है पूरा मामला.
जयपुर विकास प्राधिकरण के क्षेत्राधिकार में लागू मास्टर प्लान 2025 में कई सेक्टर सड़कें प्रस्तावित की गई हैं. मास्टर प्लान के तहत जोनल प्लान और जोनल प्लान के तहत सेक्टर सड़कें प्रस्तावित की गई हैं. पिछली कांग्रेस सरकार में सेक्टर रोड के निर्माण की प्राथमिकता के अनुसार सेक्टर सड़कों की ए,बी,सी व डी कैटेगिरी निर्धारित की गई थी. जेडीए आयुक्त आनंदी के निर्देशन में जेडीए ने ए व बी कैटेगिरी की सेक्टर सड़कों पर फोकस किया है. आपको सबसे पहले सेक्टर सड़कों की कैटेगिरी और जेडीए के जोन वार इन सड़कों की स्थिति के बारे में विस्तार से बताते हैं
-जेडीए के मास्टर प्लान 2025 में नियोजित विकास और सुगम यातायात की दृष्टि से सेक्टर सड़कें प्रस्तावित की गई हैं
-ए कैटेगरी में वे सड़कें शामिल हैं जो यातायात की दृष्टि से आवश्यक हैं और मौके पर कुछ ही हिस्से में सड़क का निर्माण किया जाना है
-बी कैटेगिरी में वे सड़कें शामिल हैं जो यातायात की दृष्टि से आवश्यक और मौके पर अधिकतर हिस्सों पर सड़क का निर्माण किया जाना है
-ए कैटेगिरी में 178 और बी कैटेगिरी में 48 सेक्टर सड़कें शामिल हैं
-ये कुल 226 सेक्टर सड़कें जेडीए के जोन 4,6,7,8,9,10,11,12,13 व 14 के एरिया में आती है
-इन दोनों कैटेगिरी की 71 सेक्टर सड़कों के निर्माण पर जेडीए ने फोकस किया है
-संभवतया यह पहली बार है जब जेडीए ने एक साथ 71 सेक्टर सड़कों के निर्माण का काम अपने हाथ में लिया है
-जेडीए ने इन 71 सेक्टर सड़कों के निर्माण के लिए 454 करोड़ रुपए की प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति जारी भी कर दी है
-इनमें से कई सेक्टर सड़कों के निर्माण के लिए निविदा मंजूरी की जा चुकी है
-तो कई सेक्टर सड़कों के निर्माण के लिए निविदा जारी करने की तैयारी की जा रही है
ए और बी कैटेगिरी में शामिल कुल 226 सेक्टर सड़कों में से 71 सेक्टर सड़कों का चयन किया गया है. इन सेक्टर सड़कों का चयन भविष्य में यातायात की आवश्यकता, सेक्टर सड़क के दोनों तरफ बसावट और विकास की आवश्यकता के अनुसार किया गया है. इन सड़कों के चयन के लिए जोन उपायुक्त और जोनल अभियंता के बीच चर्चाओं के कई दौर हुआ. इनमें सेक्टर सड़कों के लिए जरूरी भूमि की उपलब्धता भी देखी गई. आपको बताते हैं इनमें से जोन वार कितनी सड़कों के लिए कितनी राशि मंजूर की गई और सेक्टर सड़कों का निर्माण किस प्रकार किया जाएगा
-मौके पर निर्माण के लिए जिन 71 सेक्टर सड़कों का चयन किया गया है
-इनमें से जोन 6 में 6 सेक्टर सड़कों के निर्माण के लिए 23.55 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं
-जोन 7 में 13 सेक्टर सड़कों के निर्माण के लिए 22.68 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं
-जोन 8 में 9 सेक्टर सड़कों के निर्माण के लिए 138.89 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं
-जोन 10 में 2 सेक्टर सड़कों के निर्माण के लिए 26.40 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं
-जोन 14 में 16 सेक्टर सड़कों के निर्माण के लिए 242.49 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं
-सेक्टर सड़कों के निर्माण के लिए वार्षिक दर अनुबंध (Annual Rate Contract) किया जा रहा है
-यह अनुबंध एक से दो वर्ष के लिए लागू रहेगा
-इस दर पर जेडीए फर्म से सेक्टर रोड का निर्माण कराएगा
-मौके पर पहले सेक्टर रोड का सीमांकन किया जाएगा
-सीमांकन के बाद मौके पर जमीन की उपलब्धता के अनुसार सड़क का निर्माण किया जाएगा
-प्रमुख तौर पर अधितर हिस्सों में ग्रेन्युअल सब बेस (जीएसबी) बिछाई जाएगी
-वाहनों के आवागमन के लिए सड़क के दस प्रतिशत या इससे अधिक हिस्से पर डामर भी बिछाई जाएगी
-जितने हिस्से में सड़क निर्माण होगा अनुबंधित फर्म को उसके अनुसार भुगतान किया जाएगा
सेक्टर सड़कों के सीमांकन व निर्माण के लिए जेडीए आयुक्त आनंदी के स्तर पर नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है. जेडीए का उद्देश्य है कि बरसों से कागजों में प्रस्तावित सेक्टर सड़कों की योजनाओं को धरातल पर उतारा जाए. आपको बताते हैं कि सेक्टर सड़कों के निर्माण की जेडीए की इस ऐतिहासिक कवायद का शहर को क्या मिलेगी फायदा-
-सेक्टर सड़कों के निर्माण से दो स्थानों की आपसी दूरी घटेगी
-इससे वाहन चालक लंबा चक्कर लगाने के बजाए कम दूरी तय कर गंतव्य तक पहुंच सकेंगे
-सेक्टर सड़कों के निर्माण से सड़क के दोनों तरफ और आस-पास के इलाके में नियोजित विकास होगा
-मौके पर सीमांकन होने से सड़क का एलाइनमेंट और सड़क सीमा का पता चलेगा
-इससे सड़क सीमा में अतिक्रमण नहीं होंगे और अगर अतिक्रमण हुए तो जेडीए उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकेगा
-शहर के दूरदराज के इलाकों व ग्रामीण इलाकों के निवासियों को सुगम आवागमन की सुविधा मिलेगी
-सेक्टर सड़कों का निर्माण होने से वहां स्थित जमीनों की नीलामी से जेडीए को अधिक राजस्व मिलेगा
-कई इलाकों को पहुंच मार्ग मिलने से वहां जेडीए कई योजनाएं ला सकेगा.