जयपुर में दो दिवसीय मेगा जॉब फेयर, मुख्यमंत्री गहलोत बोले, बेरोजगारों को नौकरी देने के लिए हर जिले में लगेंगे रोजगार मेले

जयपुर: एक छत के नीचे प्रदेश के युवाओं को रोजगार के शानदार अवसर उपलब्ध कराने के लिए जयपुर में दो दिवसीय मेगा जॉब फेयर का आगाज हुआ. मेगा जॉब फेयर से युवाओं को रोजगार के 10 हजार से ज्यादा अवसर मिलने की संभावना है. इस फेयर में 17 सेक्टर की 60 से ज्यादा कम्पनियां मौके पर प्लेसमेंट दे रही है. मेगा फेयर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी पहुंचे. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवाओं के सपने साकार करने के लिए उचित अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है. प्रदेश के हुनरमंद युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए राज्य सरकार जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में दो दिवसीय जॉब फेयर आयोजित कराया जा रहा है जिसमे लगभग 43 हजार युवाओं ने पंजीकरण करवाया है.

जॉब फेयर में 17 सेक्टर की 60 से ज्यादा निजी कम्पनियों द्वारा लगभग 10 हजार वेकेंसी को भरने के लिए साक्षात्कार लिए जाएंगे. पहले दिन ही लगभग 16500 युवाओं का साक्षात्कार लेकर व 5000 से अधिक प्रतिभागियों को शॉर्टलिस्ट किया जाकर लगभग 825 युवाओं को मौके पर ही प्लेसमेंट दिया जा चुका है. फेयर के लिए हजारों युवा सुबह से ही बिड़ला ऑडिटोरियम पहुंच गए थे.  दिन भर रजिस्ट्रेशन, इंटरव्यू व ऑफर के दौर चले. शाम को इनका जोश तब दुगना हो गया जब खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उनके बीच पहुंच गए. इस कार्यक्रम में CM गहलोत के अलावा मंत्री अशोक चांदना, विधायक  गंगा देवी, महापौर जयपुर हेरिटेज नगर निगम  मुनेश गुर्जर, कौशल रोजगार एवं उद्यमिता विभाग के प्रमुख शासन सचिव  पी.सी. किशन सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, वरिष्ठ अधिकारी एवं बड़ी संख्या में जॉबफेयर में आए युवा उपस्थित थे. 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मेगा जॉब फेयर में नौकरी प्राप्त करने वाले छात्रों से मिलकर उनकी हौंसला अफज़ाई की तथा उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी. इस दौरान जॉब फेयर में आई प्रतिष्ठित कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ निजी क्षेत्र में लगभग 30 हजार नौकरियां सृजित करने के लिए एम.ओ.यू. साइन किया गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री  अशोक गहलोत ने कहा कि प्रत्येक युवा अपने लिए एक अच्छा भविष्य चाहता है.  प्रदेश में अब तक लगभग 1.25 लाख सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं, लगभग इतने ही पदों पर भर्ती प्रक्रियाधीन है तथा 1 लाख नौकरियों की और घोषणा की गई है. उन्होंने कहा कि आने वाला बजट राज्य के युवाओं और छात्रों को समर्पित होगा. उन्होंने युवाओं से आगे बढ़कर बजट के लिए अधिक से अधिक सुझाव राज्य सरकार को भेजने का आह्वान किया.मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं की आज पूरे देश में चर्चा है. चिरंजीवी योजना के माध्यम से आमजन को महंगे इलाज की चिंता से मुक्ति मिली है.

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कौशल, रोजगार एवं उद्यमिता मंत्री  अशोक चांदना ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत की युवाओं के प्रति सकारात्मक सोच के कारण ही यह मेगा जॉब फेयर सम्भव हो पाया है. इससे प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वारा खुले हैं. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जॉब फेयर में लगे विभिन्न स्टॉल्स का अवलोकन किया तथा वहां मौजूद युवाओं से मिलकर बातचीत की. साथ ही गहलोत ने ऑफर लेटर पाने वाले 50 से अधिक युवाओ के साथ तस्वीर भी खिंचवाई. 

इस तरह के फेयर अब जिला व संभाग स्तर पर भी आयोजित होंगे और करीब एक लाख युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है. वैसे राज्य सरकार प्रदेश में अधिक से अधिक उद्योग स्थापित करने व निवेश लाने की दिशा में लगातार कार्य कर रही है. राज्य सरकार की नीतियों के कारण ही इन्वेस्ट राजस्थान समिट में देश भर से आए निवेशकों के साथ 11 लाख करोड़ के एमओयू साइन हुए. साथ ही लघु उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए एमएसएमई एक्ट लाया गया है. इससे किसी भी उद्योग को शुरू करने के लिए आवश्यक विभिन्न अनुमतियों में 5 साल तक की छूट दी गई है. राज्य सरकार सरकारी क्षेत्र में नौकरियां देने के साथ-साथ निजी क्षेत्र में भी अधिक से अधिक रोजगार सृजित करने का भी प्रयास कर रही है.