बेंगलुरु: कर्नाटक (Karnataka) के गृह मंत्री बसवराज बोम्मई (Home Minister Basavaraj Bommai) ने शनिवार को कहा कि पुलिस द्वारा पिछले एक साल के दौरान जब्त किए गए 50 करोड़ रुपये से अधिक के मादक पदार्थों को नष्ट किया गया.
जप्त मादक पदार्थों को नष्ट करने के लिए कोर्ट ने दिया आदेश:
बोम्मई ने कहा कि न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए आज हम 50 करोड़ रुपये से अधिक कीमत के मादक पदार्थों को नष्ट कर रहे हैं. यह केवल बरामद किए गए मादक पदार्थों का 60 प्रतिशत ही है, शेष 40 प्रतिशत नष्ट करने के विभिन्न चरणों में है. कुछ मामलों में फॉरेंसिक साइंस प्रयोगशाला (Forensic Science Laboratory) की रिपोर्ट का इंतजार है जबकि कुछ मामलों में अदालत की अनुमति लेना भी बाकी है. हम जल्द से जल्द शेष 40 प्रतिशत को भी नष्ट कर देंगे. नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए बोम्मई ने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ सरकार की लड़ाई जारी रहेगी तथा उसे अधिक मजबूत किया जाएगा.
मादक पदार्थों के खिलाफ रज्य सरकार ने किया अभियान तेज:
कर्नाटक के गृह मंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी के समय मादक पदार्थों की तस्करी और उसके भंडारण जैसी गतिविधियों के बारे में सूचना मिलने पर सरकार ने इसके खिलाफ अपने अभियान को और अधिक तेज कर दिया है. महामारी के दौरान भारी मात्रा में मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं. उन्होंने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी जैसे अंतरराष्ट्रीय अपराधों (International Crimes) में शामिल लोग कोविड-19 महामारी जैसे संकट के बारे में नहीं सोचते और बेपरवाह होकर अपने काम को अंजाम देते हैं.
ऐसी गतिविधियों के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रोपिक पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम है जोकि एक केन्द्रीय कानून है और राज्य सरकार इसमें संशोधन नहीं कर सकती. देशभर में 2020 में एनडीपीएस अधिनियम के तहत कुल 4066 मामले दर्ज किए गए थे, जिसके साथ भारी मात्रा में मादक पदार्थ बरामद भी किए गए थे और 5291 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था.