टोक्यो: इतिहास रचने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम का पहला ओलंपिक पदक जीतने का सपना अधूरा रह गया जिसे शुक्रवार को टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक के मुकाबले में ब्रिटेन ने 4.3 से हराया.
भारतीय टीम ने पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचकर पहले ही इतिहास रच दिया था. लेकिन 2016 रियो ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता ब्रिटेन को हरा नहीं सकी जिससे कांस्य के करीब आकर चूक गई. इससे एक दिन पहले भारतीय पुरूष टीम ने जर्मनी को 5.4 से हराकर 41 साल बाद कांस्य पदक जीता था.
भारतीय महिला टीम ने पांच मिनट के भीतर तीन गोल किये:
भारतीय महिला टीम ने पांच मिनट के भीतर तीन गोल किये. गुरजीत कौर ने 25वें और 26वें मिनट में जबकि वंदना कटारिया ने 29वें मिनट में गोल दागे. ब्रिटेन के लिये एलेना रायेर ने 16वें, सारा रॉबर्टसन ने 24वें, कप्तान होली पीयर्ने वेब ने 35वें और ग्रेस बाल्डसन ने 48वें मिनट में गोल दागे.
भारतीय महिला हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचा:
भारतीय महिला हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचा है. टीम इंडिया ने इस पूरे टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया. वह पहली बार ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची थी. भारत ने मैच को एक गोल के अंतर से गंवाया. इन बेटियों पर देश को गर्व है और ऐसा ही प्रदर्शन उनका जारी रहा था तो वो दिन दूर नहीं जब ये टीम ओलंपिक में पोडियम फिनिश करेगी.