नागपुर: शिवसेना के एक धड़े के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बृहस्पतिवार को पार्टी के प्रतिद्वंद्वी खेमे का नेतृत्व कर रहे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि जिनमें कुछ भी बनाने का साहस नहीं होता है, वह चुराने और हथियाने का सहारा लेते हैं. ठाकरे और शिंदे गुटों के बीच बुधवार शाम दक्षिण मुंबई स्थित बृहन्मुंबई महानगरपालिक (बीएमसी) मुख्यालय स्थित पार्टी कार्यालय में तीखी नोकझोंक हुई. पुलिस के हस्तक्षेप करने तक परिसर में एक घंटे तक तनाव की स्थिति बनी रही. इस घटनाक्रम के एक दिन बाद ठाकरे का यह बयान आया है.
यहां महाराष्ट्र विधानमंडल परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए ठाकरे ने कहा कि सरकार ने 52,000 करोड़ रुपये की उन पूरक मांगों पर अब तक कोई उचित प्रतिक्रिया नहीं है, जो विदर्भ के लिए प्रोत्साहन और बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों के लिए है. ठाकरे ने आरोप लगाया, जिनमें कुछ भी बनाने का साहस नहीं होता है, वह चुराने और हथियाने का सहारा लेते हैं. उनमें हीन भावना होती है और फिर वे दूसरों की पार्टी और कार्यालयों को कब्जा लेते हैं.
गौरतलब है कि शिंदे के नेतृत्व वाली बालासाहेबंची शिवसेना से जुड़े सांसद राहुल शेवाले, स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष यशवंत जाधव और पूर्व पार्षद शीतल म्हात्रे बुधवार शाम लगभग पांच बजे पार्टी कार्यालय में दाखिल हुईं. सूत्रों ने बताया कि आशीष चेंबूरकर और सचिन पडवाल समेत शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) गुट के पूर्व पार्षदों ने उनकी मौजूदगी पर आपत्ति जताई, जिसके कारण उनमें तीखी नोकझोंक हुई थी. (भाषा)