जयपुरः कड़ाके की सर्दी के बीच सर्द हवाओं ने लोगों को घर से निकलना ना मु्श्किल कर दिया है. सर्दी के साथ साथ कोहरे ने भी आम जन जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है. कोहरे के आगोश ने यातायात व्यवस्था के पहिये जाम कर दिये है. ना सिर्फे सड़क परिवहन बल्कि रनवे पर भी विजिबिलिटी कम होने के कारण वाहनों को लैंडिंग में खासा परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है. घने कोहरे के चलते कई फ्लाइट लैंड नहीं हो पा रही है. यही कारण है कि फिलहाल जयपुर के आसमान में विमान चक्कर काट रहे है.
राजस्थान में सर्दी के तीखे तेवर लगातार जारी है. तापमान के गिरते पारे के साथ ही सर्द हवाओं को दौर भी निरंतर बना हुआ है. जिसने ठिठुरन के साथ गलन पैदा कर दी है. वहीं राजधानी गुलाबी घने कोहरे के आगोश में नजर आ रही है. कड़ाके की सर्दी के बीच जयपुर शहर में कोहरे ने लोगों के घर से बाहर निकलना परेशान कर दिया है. कोहरे के चलते कम दृश्यता से वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. घने कोहरे के असर से रेल और हवाई यातायात भी प्रभावित हो रहा है. कोहर ने वाहनों के पहिये जाम कर दिये है.
राजधानी जयपुर में कल भी दोपहर तक घना कोहरा छाया रहा. इसके बाद तेज धूप खिली जिसने लोगों को राहत की सांस दी. हालांकि जयपुर में पश्चिमी विक्षोभ का असर कोई खास नहीं रहा. बादल छाने से रात के तापमान में उछाल दर्ज की गयी. रात का तापमान 3.4 डिग्री के उछाल के साथ 11.9 डिग्री पहुंचा. वहीं दिन के तापमान भी 2.5 डिग्री की बढ़ोतरी के साथ 19.2 डिग्री दर्ज हुआ.
धोरो की धरा पोकरण में सर्दी पिछले कई वर्षों का रिकार्ड तोड़ रही! कड़ाके की ठंड के साथ ही सर्द हवाओं का दौर भी लगातार जारी है. शीतलहर के चलते तापमान में लगातार गिरावट दर्ज हो रही है. सर्द हवाओं ने आमजन की धूजणी छुड़ा दी है. इसके साथ ही घने कोहरे के चलते विजिबिलिटी भी कम हो गयी है. जिससे लोगों को वाहन चलाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सर्दी से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे है. हालांकि परमाणु नगरी आने वाले पर्यटक मौसम का आनंद ले रहे है. गर्म चाय की चुस्कियों का सर्दी में आनंद ले रहे है.
डीडवाना जिले में लगातार कड़ाके की सर्दी ने ठिठुरन पैदा कर दी है. हल्की बूंदाबांदी ने मौसम को और ज्यादा ठंडा किया है. लगातार दसवें दिन भी क्षेत्र में घना कोहरा छाया है. कोहरे का यातायात पर भी खासा असर देखा जा रहा है. कोहरे और कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.