नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में पिछले आठ वर्ष में विकास की गति धीमी नहीं पड़ी है लेकिन प्रदूषण का स्तर का स्तर जरूर कम हो गया है. विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर त्यागराज स्टेडियम में एक कार्यक्रम में केजरीवाल ने कहा कि शहर में 2016 के मुकाबले 2022 में पीएम 2.5 और पीएम 10 दोनों का स्तर 30 प्रतिशत तक गिर गया है.
उन्होंने कहा कि जब भी विकास होता है तो पेड़ों को काटने, सड़क निर्माण, धूल उड़ने समेत अन्य वजहों से प्रदूषण भी होता है. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में पिछले आठ वर्ष में विकास की गति कम नहीं हुई है. स्कूलों, अस्पतालों तथा फ्लाईओवरों का निर्माण किया जा रहा है लेकिन इस अवधि में प्रदूषण का स्तर जरूर कम हो गया है.
आंकड़े साझा करते हुए उन्होंने कहा कि 2016 में प्रदूषण का स्तर 26 दिन तक बहुत खराब रहा जब शहर गैस चैम्बर के समान बन गया था. उन्होंने कहा कि 2022 में ऐसे दिन केवल छह थे. उन्होंने कहा कि 2016 में प्रदूषण का स्तर 109 दिन तक आसमान साफ रहने के साथ खराब श्रेणी में था और बाहर हवा काफी अच्छी दर्ज की गयी थी जबकि 2022 में ऐसे दिन 163 थे. केजरीवाल ने कहा कि शहर में 2013 में वृक्ष आच्छादन प्रतिशत (कुल भूमि क्षेत्र का) 20 फीसदी था जो आज बढ़कर 23 प्रतिशत हो गया है. सोर्स भाषा