जैसलमेर: जैसलमेर बस दुखांतिका पर अशोक गहलोत का बयान सामने आया है. अशोक गहलोत ने कहा कि नई बस होने के बाद दुर्घटना होना जांच का विषय है. सरकार को तह तक जाकर मामले की जांच करानी चाहिए. बिल्कुल नई बस होने के बावजूद कैसे दुर्घटना हो गई ? जो कंपनी यह बस बना रही है उसकी जांच होनी चाहिए. बिना पूरी जांच के कैसे सड़क पर उतर आयी यह बस ? क्या सभी मानकों की पालना नहीं की गई?
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने की घायलों से मुलाकात:
जैसलमेर में भीषण बस हादसा मामले में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने घायलों से मुलाकात की. चिकित्सकों से उनके उपचार के संबंध में जानकारी ली. चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर भी मौजूद रहे. मुख्यमंत्री ने घायलों को हर संभव इलाज मुहैया कराने के सख्त निर्देश दिए. चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि इस बस में अचानक पीछे एक ब्लास्ट हुआ था. संभवतया एसी का कंप्रेशर फटने से यह हादसा हुआ. अचानक ही पूरी बस में आग पकड़ ली. आगे की कुछ सवारियां बस से नीचे उतर गई. लेकिन बस के पीछे की तरफ कोई दूसरा एग्जिट गेट का नहीं था. दूसरा गेट नहीं होने के कारण पीछे की सवारियां आग की लपटों में फंस गई. इस हादसे में लगभग 17-18 लोगों के डेथ होने की सूचना अब तक मिल चुकी है. वहीं जिन 15 घायलों को जोधपुर लाया गया है, उनकी भी हालत गंभीर है.राजस्थान के जैसलमेर जिले में एक निजी यात्री बस में लगी भीषण आग ने दिल दहला देने वाली त्रासदी का रूप ले लिया. इस दर्दनाक हादसे में 20 यात्रियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. मृतकों में से 19 लोगों के शव घटनास्थल से झुलसी हुई हालत में बरामद किए गए, जबकि एक यात्री ने जोधपुर रेफर किए जाने के बाद अस्पताल में दम तोड़ दिया.
कैसे हुआ हादसा?:
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, शुरुआती जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है. हादसे के वक्त बस में अचानक आग लग गई, और देखते ही देखते पूरी बस धू-धू कर जलने लगी. सबसे चिंताजनक पहलू यह रहा कि बस में कोई इमरजेंसी दरवाजा नहीं था, जिससे यात्री बाहर नहीं निकल सके. तेजी से फैली आग के चलते अधिकांश यात्री बस के अंदर ही फंसे रह गए और उनकी जलकर दर्दनाक मौत हो गई.
शवों की पहचान बन रही चुनौती:
हादसे के बाद बरामद सभी शव बुरी तरह झुलस चुके हैं, जिससे उनकी पहचान करना बेहद कठिन हो गया है. विधायक महंत प्रतापपुरी ने जानकारी दी कि सभी शवों के DNA सैंपल लिए गए हैं और उन्हें परिजनों के DNA से मिलाया जाएगा. शवों की पहचान न हो पाने के कारण अब तक मृतकों की सूची जारी नहीं की गई है.
घायलों का इलाज जारी:
हादसे में घायल कई यात्रियों को जोधपुर रेफर किया गया है. इनमें से कई की हालत बेहद गंभीर है, विधायक ने बताया. राज्य सरकार ने उनके इलाज की जिम्मेदारी ली है और हरसंभव मदद मुहैया कराई जा रही है.
मुख्यमंत्री और जनप्रतिनिधियों का घटनास्थल दौरा:
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और पोकरण विधायक महंत प्रतापपुरी ने घटनास्थल का दौरा कर राहत कार्यों का जायजा लिया. विधायक प्रतापपुरी ने हादसे को अत्यंत दुखद और हृदयविदारक” बताया और कहा. इस घटना से पूरा देश और प्रदेश व्यथित है. मुख्यमंत्री भी बेहद भावुक हैं. विधायक ने बताया कि अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री को दी गई जानकारी के अनुसार हादसे में अब तक कुल 20 लोगों की जान जा चुकी है. बस से 19 शव निकाले गए थे और जोधपुर में एक घायल की मौत हुई है.
मुआवजे का ऐलान:
जैसलमेर बस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई है. कहा कि हादसे में जान गंवाने वाले लोगों को 2 लाख रुपए का मुआवजा मिलेगा. वहीं घायलों को 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद मिलेगी.