जयपुर: रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को कहा कि रेल बजट (2023-24) में राजस्थान की परियोजनाओं के लिए अब तक के रिकॉर्ड 9532 करोड़ रुपए की राशि आवंटित की गई है, जो वर्ष 2009-14 के प्रतिवर्ष औसत 682 करोड़ रुपए आवंटन की तुलना में 14 गुना से अधिक है. रेल मंत्री वैष्णव ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से उत्तर पश्चिम रेलवे के संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया. इसमें उन्होंने कहा कि इस बजट के आवंटन से राजस्थान में रेल विकास को तीव्र गति मिलेगी और रेलवे यात्रियों को अधिकाधिक सुविधाएं प्रदान करने में सफल होगी.
उन्होंने कहा कि बजट में उत्तर पश्चिम रेलवे को प्राथमिकता के साथ गत वर्ष की तुलना में अधिक बजट का आवंटन किया गया है. उत्तर पश्चिम रेलवे को वर्ष 2023-24 के बजट में 8636.85 करोड़ रुपए आवंटित किया गया है जो कि गत वर्ष के 6724.29 करोड रुपए की तुलना में 28.44 प्रतिशत अधिक है. उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक विजय शर्मा ने कहा कि इस वर्ष बजट में रेलवे का आधारभूत ढ़ांचे को मजबूत बनाने, रेल संरक्षा तथा यात्री सुविधाओं पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया गया हैं. संरक्षा के लिये इस वर्ष बजट में 1,156 करोड़ रुपए से अधिक का प्रावधान किया गया है.
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार यात्री सुविधाओं के मद पर उत्तर पश्चिम रेलवे को इस वर्ष 923 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है. शर्मा ने बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे ने अभी तक 3531 किलोमीटर रेल लाइन पर विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण कर लिया है तथा शेष रेलमार्ग का विद्युतीकरण 2023-24 में कर लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि बजट में रोलिंग स्टाक के अनुरक्षण (रख-रखाव) हेतु जयपुर डिपो के लिये 30 करोड़ और खातीपुरा में 204 करोड़ रुपए के कार्य स्वीकृत किए गए है. वन्दे भारत ट्रेनों के अनुरक्षण के लिए जयपुर, श्रीगंगानगर, उदयपुर और मदार में अनुरक्षण सुविधाएं विकसित की जा रही है. (भाषा)